New Delhi. नई दिल्ली। भारत की खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ एक बड़े साइबर हमले (Cyber Attack) की योजना बना रहा है। सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान अब सीधे हमलों के बजाय डिजिटल माध्यमों से भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है। इस आशंका के चलते देशभर की साइबर सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान की ओर से फिशिंग ईमेल, फर्जी लिंक और मालवेयर के जरिए आम नागरिकों और सरकारी संस्थाओं को निशाना बनाया जा सकता है। इसके तहत अज्ञात नंबरों से संदेश या कॉल कर लोगों को जाल में फंसाने की कोशिश हो सकती है।
साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात स्रोत से आए लिंक या कॉल पर क्लिक न करें और सतर्कता बरतें। इस तरह के हमलों का उद्देश्य लोगों की निजी जानकारी चुराकर देश की सुरक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाना है। सरकार ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान तेज करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल रिपोर्ट करें।
भारत की खुफिया एजेंसियों ने एक गंभीर अलर्ट जारी करते हुए जानकारी दी है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ एक बड़े साइबर हमले की योजना बना रहा है। सैन्य और कूटनीतिक मोर्चों पर मिली विफलताओं के बाद अब पाकिस्तान छिपकर डिजिटल युद्ध (Cyber Warfare) के जरिए भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
क्या है खतरा?
इस संभावित हमले के तहत पाकिस्तान द्वारा भारत के नागरिकों, सरकारी विभागों, रक्षा प्रतिष्ठानों और संवेदनशील संस्थाओं को निशाना बनाए जाने की आशंका है। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के हैकर्स और साइबर आतंकवादी समूह सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से फर्जी ईमेल, अज्ञात लिंक, नकली वेबसाइट और मोबाइल मैसेज के जरिये फिशिंग अटैक, डेटा चोरी और सिस्टम क्रैश जैसी गतिविधियां अंजाम देने की फिराक में हैं।
कैसे हो सकता है हमला?
अज्ञात नंबरों से कॉल या मैसेज भेजकर लोगों को लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
सरकारी एजेंसियों या बैंकों के नाम पर नकली वेबसाइट बनाकर यूजर्स की जानकारी चुराई जा सकती है।
मोबाइल या कंप्यूटर में भेजे गए मालवेयर/वायरस के जरिए डाटा हैक किया जा सकता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी पोस्ट या मैसेज के जरिए अफवाहें फैलाकर अफरा-तफरी का माहौल बनाया जा सकता है।
क्या कर रहे हैं भारत के सुरक्षा तंत्र?
भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसियां, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In), रक्षा मंत्रालय की IT शाखाएं और केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर विंग पूरी तरह अलर्ट पर हैं। इन एजेंसियों ने साइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा बढ़ा दी है और संवेदनशील संस्थानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
नागरिकों से क्या अपील की गई है?
सरकार और साइबर विशेषज्ञों ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और निम्नलिखित सावधानियां बरतने की अपील की है:
किसी अज्ञात लिंक या संदिग्ध वेबसाइट पर क्लिक न करें।
अंजान नंबरों से आए कॉल्स या मैसेज को नजरअंदाज करें।
अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल रखें।
कोई भी गोपनीय जानकारी जैसे OTP, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें।
सरकारी या विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
निष्कर्ष:
यह साफ है कि पाकिस्तान अपनी नाकामियों को छिपाने और भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए अब साइबर युद्ध का सहारा ले रहा है। लेकिन भारत की सतर्क एजेंसियां और जागरूक नागरिक मिलकर इस छिपे हुए खतरे को भी उसी मजबूती से जवाब देंगे, जैसे हर मोर्चे पर अब तक देते आए हैं।
जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाकर किए गए पाकिस्तान के हवाई हमले को गुरुवार रात भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। पाकिस्तान पूरे भारत पर साइबर अटैक की तैयारी कर रहा है! अब छिपकर साइबर अटैक की तैयारी रहा है कायर मुल्क पाकिस्तान! ऐसे में अज्ञात नंबर से मिले सन्देश क्लिक करने या फोन उठाने से बचें।
भारत के नौसेना ने भी बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और कराची के बंदरगाह नष्ट कर दिया गया है। फैसलाबाद में कई बड़े धमाकों के बीच पाकिस्तान फौज के ऑफिसर और जनरल देश छोड़कर भागने लगे। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाकर किए गए पाकिस्तान के हवाई हमले को गुरुवार रात भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। ड्रोन और मिसाइलों से किए गए हमले की कोशिश के कारण जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन बजने लगे। अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने और सतर्क रहने का आग्रह किया, क्योंकि आपातकालीन प्रोटोकॉल सक्रिय थे। हमलों के मद्देनजर भारत ने कथित तौर पर जवाबी कार्रवाई की है।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायु रक्षा ने जम्मू एयरपोर्ट के पास लॉन्च किए गए कई ड्रोन को बेअसर कर दिया, जिसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इसके अलावा, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जम्मू के पास आठ मिसाइलों को रोका गया। सभी को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। हमले के कारण रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर में भी अस्थायी ब्लैकआउट हो गया, और श्रीनगर में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिजली गुल होने की खबर है। इस बीच, सूत्रों के हवाले से बताया कि शाम को पाकिस्तानी वायु सेना के एक एफ-16 सुपरसोनिक लड़ाकू विमान को भारतीय सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली ने मार गिराया। सूत्रों के अनुसार, एफ-16 ने सरगोधा एयरबेस से उड़ान भरी थी और उसके पास ही उसे मार गिराया गया।
पाकिस्तान द्वारा यह हमला उसके 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाने के प्रयास को विफल करने के कुछ ही घंटों बाद हुआ। सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पुष्टि की कि अवंतीपोरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे शहर और कस्बे लक्ष्य सूची में थे। हालांकि, भारत के एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी खतरों को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया। विभिन्न स्थानों से बरामद मलबे ने पुष्टि की कि ड्रोन और मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र से आई थीं।
ड्रोन और मिसाइलों से किए गए हमले की कोशिश के कारण जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन बजने लगे। अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने और सतर्क रहने का आग्रह किया, क्योंकि आपातकालीन प्रोटोकॉल सक्रिय थे। हमलों के मद्देनजर भारत ने कथित तौर पर जवाबी कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायु रक्षा ने जम्मू एयरपोर्ट के पास लॉन्च किए गए कई ड्रोन को बेअसर कर दिया, जिसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इसके अलावा, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जम्मू के पास आठ मिसाइलों को रोका गया। सभी को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। हमले के कारण रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर में भी अस्थायी ब्लैकआउट हो गया, और श्रीनगर में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिजली गुल होने की खबर है। इस बीच, एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शाम को पाकिस्तानी वायु सेना के एक एफ-16 सुपरसोनिक लड़ाकू विमान को भारतीय सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली ने मार गिराया।
सूत्रों के अनुसार, एफ-16 ने सरगोधा एयरबेस से उड़ान भरी थी और उसके पास ही उसे मार गिराया गया। पाकिस्तान द्वारा यह हमला उसके 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाने के प्रयास को विफल करने के कुछ ही घंटों बाद हुआ। सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पुष्टि की कि अवंती पूरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे शहर और कस्बे लक्ष्य सूची में थे। हालांकि, भारत के एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी खतरों को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया। विभिन्न स्थानों से बरामद मलबे ने पुष्टि की कि ड्रोन और मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र से आई थीं।