SRM विश्वविद्यालय की प्रोफेसर लोरा पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत विरोधी पोस्ट्स साझा करने का आरोप लगा है, जिसके बाद उनका निलंबन पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. विश्वविद्यालय ने अभी तक इन पोस्ट्स की प्रकृति को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. इस घटना ने शिक्षा क्षेत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शिक्षक के आचरण पर गंभीर बहस छेड़ दी है.
बुधवार सुबह “Verbal” नामक हैंडल से कुछ स्क्रीनशॉट्स वायरल होने लगे, जिनका संबंध प्रोफेसर लोरा से जोड़ा जा रहा था. इनमें से एक पोस्ट में पाकिस्तान में नागरिकों को निशाना बनाने के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है और इसे “चुनाव स्टंट” कहा गया है, न कि न्यायपूर्ण सैन्य कार्रवाई. एक अन्य पोस्ट में भारत के भविष्य को “खाद्य संकट”, “लॉकडाउन” और “महंगाई” के रूप में देखा गया है, जो मौजूदा नीतियों का परिणाम बताए गए हैं.
यह पोस्ट्स तेजी से वायरल हुईं और सोशल मीडिया पर SRM विश्वविद्यालय को टैग करते हुए इसका स्पष्टीकरण मांगा गया. यह मुद्दा तेजी से बढ़ा और #AntiIndiaProf और #SRM हैशटैग पूरे देश में ट्रेंड करने लगे. आलोचकों ने इन बयानियों को “संवेदनहीन” और “अविचारपूर्ण” बताया, खासकर जब यह सामने आया कि प्रोफेसर लोरा भारत के प्रमुख निजी विश्वविद्यालयों में से एक में शिक्षिका हैं.
वायरल हुए पोस्ट के अनुसार, 8 मई 2025 को निलंबन का आदेश प्रोफेसर लोरा को जारी किया गया, जिसे रजिस्ट्रार डॉ. एस. पोन्नुसामी ने हस्ताक्षर किया है. पत्र में “अनैतिक गतिविधियों में संलिप्तता” का जिक्र किया गया है और कहा गया है कि प्रोफेसर लोरा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जो एक जांच के अधीन रहेगा. हालांकि इस आदेश में सोशल मीडिया पर किए गए बयानों का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन इसका समय और संदर्भ सोशल मीडिया के विवाद से मेल खाता है.
हालांकि SRM विश्वविद्यालय और प्रोफेसर लोरा ने अभी तक “Verbal” अकाउंट के स्वामित्व को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन इस अकाउंट पर जो नाम और तस्वीर दिखाई देती हैं, वे प्रोफेसर लोरा से मेल खाती हैं, जिसे विश्वविद्यालय की प्रोफाइल से प्रमाणित किया जा सकता है, जिससे यह अनुमान सशक्त होता है कि यह अकाउंट प्रोफेसर लोरा का ही हो सकता है.