प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
UP News : मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोविंद नगर क्षेत्र में रविवार दोपहर एक भीषण हादसे ने पूरे शहर को झकझोर दिया। शाहगंज फाटक के पास कच्ची सड़क के किनारे स्थित एक मिट्टी का टीला अचानक धंस गया, जिसके कारण उस पर बने सात मकान भरभराकर ढह गए। इस हादसे में दो मासूम सगी बहनों समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
बता दें कि घटना दोपहर करीब 12.15 बजे की है, जब टीले की मिट्टी अचानक खिसकने लगी और उस पर बने मकान एक के बाद एक ढह गए। मलबे में दबकर 6 वर्षीय यशोदा और 3 वर्षीय काव्या, जो वृंदावन के गौतमपाड़ा निवासी मोहनलाल की बेटियां थीं, की मौत हो गई। दोनों छुट्टियों में अपने ननिहाल आई थीं। तीसरे मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। एक महिला और एक बच्चे को मलबे से जीवित निकाला गया है, जिन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल भेजा गया।
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस, और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं।
जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। बचाव कार्य के लिए 6 जेसीबी मशीनें और दर्जनों कर्मचारी तैनात किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें भी मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शाहगंज दरवाजा क्षेत्र में कई मिट्टी के टीले हैं, जिन पर दो मंजिला तक के मकान बने हैं। बरसात के मौसम में मिट्टी खिसकने की घटनाएं आम हैं।
इस खतरे को देखते हुए हाल ही में इन टीलों के चारों ओर दीवारें बनाने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन निर्माण के दौरान ही यह हादसा हो गया। प्रशासन ने आसपास के संवेदनशील मकानों को खाली करवाना शुरू कर दिया है और खतरे वाले क्षेत्रों की जांच के लिए एक सूची तैयार की जा रही है।
जिलाधिकारी ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे का संज्ञान लिया और राहत व बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।