कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए दुष्कर्म-हत्याकांड को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को पीड़िता को अपनी बहन बताते हुए गहरा दुख जताया। धोनो धान्यो ऑडिटोरियम में डॉक्टरों और छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए ‘अपराजिता विधेयक’ लाया गया, जिसमें दुष्कर्म के दोषियों को मृत्युदंड का प्रावधान है।
हालांकि, यह विधेयक अभी राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए लंबित है।
ममता ने कहा कि वह खुद इस घटना के खिलाफ सड़कों पर उतरी थीं और परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पुरुषों से बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
9 अगस्त को हुई इस घटना में एक जूनियर डॉक्टर की अर्धनग्न लाश सेमिनार हॉल में मिली थी।
पोस्टमॉर्टम से दुष्कर्म और हत्या की पुष्टि हुई, जिसमें शरीर पर चोट और खून के निशान पाए गए। ‘अपराजिता विधेयक’ में 21 दिनों में जांच पूरी करने और विशेष महिला टास्क फोर्स की व्यवस्था भी शामिल है। ममता ने दोषियों को कड़ी सजा की मांग दोहराई।