
Pahalgam Terror Attack 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी आधिकारिक यात्रा को बीच में ही स्थगित कर भारत लौटने का फैसला लिया. आज वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां वे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला
पहाड़ों की खूबसूरती के लिए मशहूर पहलगाम में आतंकियों ने एक बार फिर खूनी खेल खेला. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक बताए जा रहे हैं. यह हमला वर्ष 2019 के पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सबसे घातक और भयावह हमला माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मैं पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घोर निंदा करता हूं. जो लोग इस जघन्य कृत्य के पीछे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है.”
अंतरराष्ट्रीय नेताओं की प्रतिक्रियाएं
इस हमले की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दी और कई वैश्विक नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया है:
🔸 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को संवेदना संदेश भेजा. उन्होंने लिखा:
“इस क्रूर अपराध का कोई औचित्य नहीं है. हम उम्मीद करते हैं कि दोषियों को उचित सजा मिलेगी. आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग मजबूत करेंगे.”
🔸 इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लिखा:
“मेरे प्यारे मित्र नरेंद्र मोदी, पहलगाम में हुए इस बर्बर हमले से बेहद दुखी हूं. इजराइल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है.”
🔸 जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने भी ट्वीट करते हुए कहा:
“हम इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा करते हैं. हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं.”
CCS बैठक से उम्मीदें
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुलाई गई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में हमले के पीछे के संगठनों की पहचान, उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने और सुरक्षा रणनीति को और सख्त करने पर चर्चा होगी.
पहाड़ों की वादियों में बहता खून न सिर्फ देश के भीतर बल्कि विश्वभर में आक्रोश फैला रहा है. पीएम मोदी का त्वरित एक्शन और वैश्विक समर्थन इस बात का संकेत है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अब और भी संगठित और निर्णायक होगी.