
रामबन (जम्मू-कश्मीर), 22 अप्रैल : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन से हुई तबाही के बाद जमीनी स्थिति का आकलन किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. पिछले कुछ दिनों में प्रभावित इलाकों का यह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का दूसरा दौरा था. सोमवार को उन्होंने श्रीनगर से सड़क मार्ग से यात्रा कर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सबसे अधिक प्रभावित मरूग-केला मोड़ इलाके का दौरा किया था.
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को तीसरे दिन भी बंद रहा. अब्दुल्ला अपने राजनीतिक सलाहकार नासिर असलम वानी के साथ आज सुबह हेलीकॉप्टर से रामबन के चंद्रकोट क्षेत्र पहुंचे और स्थिति का आकलन करने के लिए तुरंत भूस्खलन प्रभावित सेरी के लिए रवाना हो गए. रामबन के उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी ने मुख्यमंत्री को स्थिति की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने पैदल चलकर कई प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. यह भी पढ़ें : शिक्षकों के साथ मजबूती से खड़े हैं, उनके हितों के लिए काम कर रहे हैं: पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री
इस दौरान मुख्यमंत्री अब्दुल्ला के साथ जिला विकास परिषद के अध्यक्ष शमशाद शान और बनिहाल के विधायक सज्जाद शाहीन भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री बाद में नुकसान का जायजा लेने के लिए रामबन बाजार के लिए रवाना हो गए. अधिकारियों के अनुसार, अब्दुल्ला अन्य गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. मुख्यमंत्री ने रामबन बाजार के रास्ते में अपने वाहन को रुकवाकर लोगों की बात धैर्यपूर्वक सुनी तथा उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया.