
Asian Stock Markets Crash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए टैरिफ के ऐलान से सोमवार को एशियाई शेयर बाजारों में बड़ी बिकवाली देखने को मिली. बाजार खुलते ही भारी दबाव के साथ ट्रेडिंग शुरू हुई, जिससे ये साफ हो गया कि वैश्विक व्यापार और आर्थिक विकास को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. निवेशकों को डर है कि अगर ट्रेड वॉर और गहरा हुआ, तो पूरी दुनिया में व्यापार सुस्त हो जाएगा और कॉरपोरेट कंपनियों की कमाई पर असर पड़ेगा. ऐसे में गोल्ड और बॉन्ड जैसे सुरक्षित निवेश की तरफ रुझान देखा जा रहा है.
भारत में भी इसका असर दिखा है. पिछले हफ्ते सेंसेक्स 2100 पॉइंट्स तक गिरा और अब गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स भी निगेटिव शुरुआत का संकेत दे रहे हैं.
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- जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 5.79% की तेज गिरावट के साथ सबसे आगे रहा, वहीं हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स करीब 10% लुढ़क गया
- ताइवान का वेटेड इंडेक्स भी 9.61% टूट गया, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI इंडेक्स 4.14% नीचे आया. चीन का शंघाई कंपोजिट 6.5% गिर गया.
- ऑस्ट्रेलिया के S&P/ASX 200 इंडेक्स में भी 3.82% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे साफ हो गया कि सिर्फ बड़ी मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमीज़ ही नहीं, बल्कि पूरा एशिया-पैसिफिक क्षेत्र इस संकट से प्रभावित हो रहा है.
- अमेरिकी बाजारों में भी इसका असर दिखा, जहां डाओ जोंस फ्यूचर्स 2.22% तक गिर गए, जिससे अमेरिका में भी नेगेटिव ओपनिंग की आशंका है.
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की बिकवाली की वजह वैश्विक अनिश्चितता है, जो इन टैरिफ्स की वजह से पैदा हुई है. एशियाई अर्थव्यवस्थाएं जो अमेरिका को एक्सपोर्ट पर निर्भर हैं, उन्हें इस फैसले से बड़ा झटका लग सकता है.
एजेंसी इनपुट के साथ…