भिलाई। समकालीन भारतीय कलाजगत में उल्लेखनीय योगदान देने लिए सुप्रसिद्ध मूर्तिकार डा. अंकुश देवांगन को सेंट जेवियर स्कूल बोरसी में सम्मानित किया गया। इस दौरान दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उन्होंने छात्रों को उपाधि और पुरस्कार वितरित किये।
उन्होंने अपने उद्बबोधन में वर्तमान पढ़ाई के तनाव को दूर करने के लिए बच्चो को कला से जुड़ने अपील की है। ज्ञात हो कि अंकुश देवांगन छत्तीसगढ़ राज्य से प्रथम बोर्ड मेम्बर हैं जिन्हें भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा ललित कला अकादमी की मानद सदस्यता दी गई है। उन्होंने भिलाई मे सिविक सेंटर का कृष्ण अर्जुन रथ, रूआबांधा का पंथी चौक, बोरिया गेट
का प्रधानमंत्री ट्राफी चौक, सेक्टर 1 का श्रमवीर चौक, सिविक सेंटर का छोटा परिवार चौक, भिलाई निवास का नटराज जैसी कालजयी कलाकृतियां बनाई है। इसके अलावा रायपुर का पुरखौती मुक्तागन, राजभवन भोपाल, सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेला हरियाणा, दुर्गापुर स्टील प्लांट पश्चिम बंगाल, दल्ली राजहरा मे विश्व का सबसे बड़ा लौहरथ और दुनिया की सबसे छोटी मूर्तियां उनके बेमिसाल कला का गवाह है। अंकुश देवांगन को सम्मानित किये जाने पर अंचल के प्रख्यात मॉडर्न आर्ट चित्रकार डी.एस.विद्यार्थी, बी.एल.सोनी, विजय शर्मा, मोहन बराल, मीना देवांगन, प्रवीण कालमेघ एवं साहित्यकार मेनका वर्मा ने उन्हें बधाई दी है।