
Sachin Tendulkar Unknown Facts: दुनिया के हर खिलाड़ी को ‘क्रिकेट का भगवान’ नहीं कहा जाता. सिर्फ़ एक खिलाड़ी ही 1.2 बिलियन लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरा है और उसे ‘क्रिकेट का भगवान’ कहा जाता है,जो सचिन तेंदुलकर हैं. वह भारतीयों के लिए सिर्फ़ एक खिलाड़ी नहीं थे. बल्कि एक भावना थे जो उन्हें खुशी से भर देती थी और उनके आउट होने के समय उन्हें रुला भी देती थी. सचिन को बल्लेबाजी करते देखना हर किसी को पसंद था. उनका क्रीज पर टिके रहना और बेहतरीन शॉट्स खेलना कर किसी को देखन अच्छा रहता था. इस बीच 22 गज की क्रिकेट पिच पर राज करने वाले मास्टर ब्लास्टर आज यानी गुरुवार को 52 साल के हो गए. तेंदुलकर ने 1989 में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ़ डेब्यू किया था. जिसकी गेंदबाज़ी लाइन-अप में इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनुस शामिल थे.
पाकिस्तान के गेंदबाज़ों ने 16 वर्षीय सचिन को डराने की पूरी कोशिश की. लेकिन वह सिर्फ़ कुछ मुक़ाबले झेलने के लिए वहां नहीं गए. तेंदुलकर ने अपने पहले मैच में सिर्फ़ 15 रन बनाए और वकार की गेंद पर आउट हो गए. सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में तेंदुलकर ने पाकिस्तान के गेंदबाजों पर पलटवार किया और दुनिया को बता दिया कि वह मैदान पर क्यों हैं और कितने बड़े खिलाड़ी बनाने जा रहे है. उन्होंने 172 गेंदों का सामना करते हुए 59 रन बनाए और टीम को संकट की स्थिति से बाहर निकाला.
फिर एक समय ऐसा भी जब सचिन ने सभी को रुला दिया. दरअसल, 16 नवंबर 2013 को तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया और उसके बाद उनकी कमी हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में महसूस की गई. सचिन का क्रिकेट को अलविदा कहना हर क्रिकेट फैंस के लिए काफी भावुक पल था. सचिन तेंदुलकर ने अपना अंतिम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था. जो 14 से 16 नवंबर 2013 तक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था. इस मैच की पहली पारी में सचिन ने 74 रन बनाए थे. यह टेस्ट मैच भारत ने एक पारी और 126 रन से जीत लिया था. ऐसे में आइए जानतें हैं सचिन के करियर के बारे में कुछ रोचक तथ्य.
सचिन तेंदुलकर के बारे में कुछ रोचक बातें और आंकड़े
1. जब सचिन युवा थे. तो वे एक तेज़ गेंदबाज़ बनना चाहते थे और यहाम तक कि वे MRF पेस अकादमी भी गए. जहां मुख्य कोच और ऑस्ट्रेलियाई महान खिलाड़ी डेनिस लिली ने उन्हें अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा.
2. भारत के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने से पहले तेंदुलकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए खेलते थे. उन्होंने 1988 में ब्रेबोर्न स्टेडियम में भारत के खिलाफ़ एक दिवसीय अभ्यास मैच के दौरान एक विकल्प के रूप में पाकिस्तान टीम के लिए फ़ील्डिंग की.
3. सचिन तेंदुलकर विश्व क्रिकेट में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं.
4. मुंबई में जन्मे खिलाड़ी अपने बल्लेबाजी रिकॉर्ड के लिए प्रसिद्ध हैं. लेकिन उन्होंने गेंद के साथ भी कुछ जादू किया है. उन्होंने वनडे क्रिकेट में यकीनन सबसे महान लेग स्पिनर शेन वार्न की तुलना में अधिक पांच विकेट लिए हैं. वार्न ने वनडे में सिर्फ एक बार पांच विकेट हॉल लिया। जबकि सचिन ने दो बार पांच विकेट लिया है.
5. 1987 के विश्व कप के दौरान सचिन वानखेड़े स्टेडियम में भारत और जिम्बाब्वे के बीच मैच के लिए बॉल बॉय थे. तब उनकी उम्र 14 साल थी.
6. ‘मास्टर ब्लास्टर’ एकदिवसीय मैच में 200 रन की बाधा को तोड़ने वाले पहले बल्लेबाज थे. जब उन्होंने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200 रन बनाए थे.
7. 19 साल की उम्र में सचिन इंग्लिश काउंटी क्रिकेट खेलने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए.
8. 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन तेंदुलकर का पहला टेस्ट मैच महान ऑलराउंडर कपिल देव का भारत के लिए सफ़ेद कपड़ों में 100वां मैच भी था.
9. सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर ने उनका नाम महान संगीत निर्देशक सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था.
10. यह उनके करियर का आखिरी टेस्ट मैच था जब सचिन की मां ने उन्हें पहली बार स्टैंड से खेलते हुए देखा था.
11. सचिन ने टी20 क्रिकेट में भी अपना नाम बनाया, क्योंकि वे इंडियन प्रीमियर लीग के 2010 संस्करण में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. जहाँ उन्होंने 15 मैचों में 618 रन बनाए थे.
12. तेंदुलकर को देश से बहुत प्यार है. क्योंकि उन्होंने अपने करियर के दौरान अपने किटबैग के अंदर तिरंगा चिपकाया था.
13. वे वर्ष 2014 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न को पाने वाले पहले खिलाड़ी भी थे.
14. सचिन ने विश्व कप में सबसे ज़्यादा मैन ऑफ़ द मैच (9) पुरस्कार जीते हैं. उनके बाद इस लिस्ट में रोहित शर्मा हैं. जिन्होंने 7 बार यह कर्णम किया है.
15. तेंदुलकर के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 150+ स्कोर का रिकॉर्ड है. सचिन ने 20 बार 150 से ज्यादा स्कोर बनाया है. जो अभी भी सबसे ऊपर हैं. सचिन के बाद इस लिस्ट में ब्रायन लारा हैं. जिनके नाम 19 बार 150 से ज्यादा का स्कोर बनाने का स्कोर है.
16. तेंदुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 40 विकेट और 11000 से ज़्यादा रन बनाए हैं.
17. सचिन की पहली कार मारुति-800 थी.
18. मास्टर ब्लास्टर 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में तीसरे अंपायर द्वारा आउट (रन आउट) दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज थे.
19. घरेलू क्रिकेट में सचिन के नाम रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी में डेब्यू पर शतक बनाने का रिकॉर्ड है.
20. सचिन ने अपना बल्ला पाकिस्तान के ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को दिया। जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ 37 गेंदों में सबसे तेज शतक (अब रिकॉर्ड टूट गया है) बनाया था.