Pahalgam attack: नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) ने भारत के प्रति मजबूत समर्थन जताया है।
Pahalgam attack: नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) ने भारत के प्रति मजबूत समर्थन जताया है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से फोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
Pahalgam attack: एंथनी एल्बनीज ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया हर कदम पर भारत के साथ खड़ा है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध हैं। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, अपने दोस्त एंथनी अल्बनीज से उनकी पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी। हम भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने और नए क्षेत्रों में सहयोग के लिए मिलकर काम करेंगे।
Pahalgam attack: क्वाड देशों का मजबूत समर्थन
पहलगाम हमले के बाद क्वाड देशों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर लिखा, “आतंक की इस लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों को हमारा पूर्ण समर्थन है।” इसी तरह, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में जापान के रक्षा मंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की, जिसमें रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया। क्वाड देशों का यह समर्थन क्षेत्रीय शक्ति संतुलन में भारत की स्थिति को और मजबूत करता है।
Pahalgam attack: चीन की बढ़ी टेंशन
पाकिस्तान के साथ चीन की करीबी और पहलगाम हमले के बाद उसकी ‘निष्पक्ष जांच’ की मांग ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाया है। हालांकि, क्वाड देशों के भारत के प्रति खुले समर्थन ने चीन को बैकफुट पर ला दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का क्वाड के साथ गहरा रणनीतिक सहयोग और अमेरिका, जापान व ऑस्ट्रेलिया का समर्थन चीन के लिए चिंता का विषय है, खासकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में।
Pahalgam attack: बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और सीमा पार व्यापार रोकना शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।