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Telangana Tunnel Tragedy: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में SLBC टनल हादसे के पांच दिन बाद भी फंसे हुए आठ मजदूरों का कोई सुराग नहीं मिला है. हालांकि, बचाव दल ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए टनल के अंतिम छोर तक पहुंचने में सफलता पाई है. टनल में भारी मलबा और गाद जमा होने के कारण अब तक राहत कार्य में कठिनाई आ रही थी. पहले बचाव दल सिर्फ 40 से 50 मीटर तक ही पहुंच पाया था, लेकिन अब NDRF, SDRF और ‘रैट माइनर्स’ की 20 सदस्यीय टीम टनल के आखिरी छोर तक पहुंच गई है.
नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने जानकारी देते हुए कहा, ‘बचाव टीम ने टनल के अंतिम छोर तक पहुंचने में सफलता पाई है, लेकिन वहां अभी भी मलबा भरा हुआ है. अगली रणनीति पर काम किया जा रहा है.’
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तेलंगाना टनल हादसे पर बड़ा अपडेट
VIDEO | Telangana tunnel accident: Rat miners and NDRF rescue teams reach almost the end of the tunnel. Eight persons remain trapped for the past five days in the partially collapsed SLBC tunnel.
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos -… pic.twitter.com/aCShrKLlkW
— Press Trust of India (@PTI_News) February 26, 2025
बचाव कार्य में आ रही मुश्किलें
अब तक मजदूरों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है, लेकिन सुरंग के अंदर लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है, ताकि यदि कोई जिंदा हो तो उसे सांस लेने में दिक्कत न हो. बचाव कार्य में भारतीय सेना, नौसेना, NDRF और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण टीम (GSI) की टीमों को लगाया गया है.
लेकिन टनल के केवल एक ही प्रवेश और निकासी द्वार होने की वजह से यह बचाव कार्य देश के सबसे जटिल रेस्क्यू ऑपरेशन में से एक बन चुका है.
GSI टीम की रिपोर्ट का इंतजार
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण टीम (GSI) ने मिट्टी की मजबूती और अन्य कारकों का विश्लेषण करने के लिए सैंपल इकट्ठा किए हैं, लेकिन अभी तक उनकी रिपोर्ट नहीं आई है. इस रिपोर्ट के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे.
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा 22 फरवरी को हुआ था, जब श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल का एक हिस्सा ढह गया और आठ मजदूर उसमें फंस गए. तब से लगातार बचाव कार्य जारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है.
पूरा देश इस रेस्क्यू मिशन पर नजरें गड़ाए हुए है. सभी की यही उम्मीद है कि जल्द से जल्द फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.