क्या आप यकीन करेंगे कि ‘मैजिक मशरूम’ यानी जादुई मशरूम की सिर्फ एक खुराक डिप्रेशन को कई सालों तक दूर रख सकती है. जी हाँ, एक नई स्टडी में कुछ ऐसा ही सामने आया है. यह स्टडी कैंसर के उन मरीजों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है, जो डिप्रेशन (अवसाद) और चिंता से जूझ रहे हैं.
क्या कहती है यह नई स्टडी?
वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की, जिसमें यह पता चला कि मैजिक मशरूम में पाए जाने वाले एक खास तत्व ‘साइलोसाइबिन’ (psilocybin) की एक खुराक, अगर थेरेपी के साथ दी जाए, तो यह कैंसर मरीजों में होने वाले मानसिक तनाव को काफी हद तक कम कर सकती है. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इसका असर दो साल से भी ज़्यादा समय तक बना रहता है.
यह स्टडी ‘कैंसर’ नाम के एक प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल में छपी है.
कैसे की गई यह रिसर्च?
अक्सर देखा गया है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं.
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- इस स्टडी में, कैंसर से पीड़ित और गंभीर डिप्रेशन के शिकार 28 मरीजों को शामिल किया गया.
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- उन्हें साइलोसाइबिन की 25 मिलीग्राम की एक खुराक दी गई.
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- खुराक देने से पहले, उस दौरान और उसके बाद, एक थेरेपिस्ट ने उनकी पूरी मदद की और उनसे बातचीत की.
चौंकाने वाले नतीजे
दो साल बाद जब इन मरीजों से दोबारा बात की गई, तो नतीजे कमाल के थे:
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- लगभग 54% मरीजों के डिप्रेशन में भारी कमी देखी गई.
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- 50% मरीजों में न सिर्फ डिप्रेशन कम हुआ, बल्कि वे लगभग इससे उबर चुके थे.
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- इसी तरह, लगभग 43% मरीजों की चिंता (anxiety) भी दो साल बाद तक कम बनी रही.
आगे क्या है उम्मीद?
इस सफलता से उत्साहित होकर, वैज्ञानिक अब एक और बड़ी स्टडी कर रहे हैं. इस बार वे यह देख रहे हैं कि क्या साइलोसाइबिन की एक से ज़्यादा खुराकें और भी ज़्यादा मरीज़ों को ठीक कर सकती हैं. इस नई स्टडी में कुछ मरीज़ों को साइलोसाइबिन की दो खुराकें दी जाएंगी और कुछ को प्लेसिबो (यानी नकली दवा), ताकि नतीजों की सही-सही तुलना की जा सके.
स्टडी के मुख्य लेखक, डॉ. मनीष अग्रवाल का कहना है, “साइलोसाइबिन की एक खुराक और साथ में दी गई психологическая поддержка (मनोवैज्ञानिक सहायता) कैंसर के मरीजों में डिप्रेशन को लंबे समय तक दूर रखने में कारगर साबित हुई है. अब हम यह देख रहे हैं कि क्या इलाज को दोहराने से आधे से ज़्यादा मरीज़ों का डिप्रेशन पूरी तरह ठीक हो सकता है.”
अगर इस नई और बड़ी स्टडी के नतीजे भी ऐसे ही सकारात्मक रहे, तो यह कैंसर मरीज़ों में डिप्रेशन के इलाज का तरीका पूरी तरह से बदल सकता है. हो सकता है कि आने वाले समय में थेरेपी के साथ साइलोसाइबिन का इस्तेमाल एक стандартное лечение (मानक उपचार) बन जाए.