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Heatwave Alert: उत्तर भारत में तापमान तेजी से बढ़ रहा है. दिल्ली और राजस्थान जैसे इलाकों में लू ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि 16 अप्रैल से दिल्ली में भीषण गर्मी का प्रकोप शुरू होगा. बारिश और ठंडी हवाओं से मिली थोड़ी राहत के बाद अब पारा फिर चढ़ने लगा है, जिससे हीट स्ट्रोक और हीट एग्जॉशन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.
Heatwave: इन बातों का नहीं रखा ध्यान तो जानलेवा हो सकती है हीटवेव; जानें भीषण गर्मी में कब बढ़ जाता है जान का खतरा.
हीट स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति हो सकती है. इससे व्यक्ति बेहोश हो सकता है, भ्रमित हो सकता है या फिर शरीर के अंगों पर असर पड़ सकता है. ऐसे में सही समय पर सही कदम उठाना बहुत जरूरी होता है. आइए जानते हैं कि अगर कोई धूप में बेहोश हो जाए तो हमें क्या करना चाहिए.
1: खुद को सुरक्षित रखें और मदद बुलाएं
अगर कोई व्यक्ति तेज धूप में गिर जाता है या बेहोश हो जाता है, तो सबसे पहले देखें कि आपके लिए वहां जाना सुरक्षित है या नहीं. अगर व्यक्ति होश में नहीं है या प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है, तो तुरंत एम्बुलेंस या मेडिकल हेल्प को कॉल करें. हीट स्ट्रोक की स्थिति में देर करना जानलेवा हो सकता है.
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2: छांव या ठंडी जगह पर ले जाएं
बेहोश व्यक्ति को सीधी धूप से बाहर निकालें और किसी ठंडी या छायादार जगह पर ले जाएं. अगर आसपास कोई कमरा या गाड़ी है तो उसे वहां रखें और पंखा या एसी चालू करें. बाहर हैं तो छाता या कपड़ा इस्तेमाल करके छांव दें.
3: लेटा दें और पैरों को ऊपर उठाएं
व्यक्ति को पीठ के बल सीधा लेटा दें और पैरों को हल्का ऊपर करें, जिससे खून का प्रवाह दिमाग की ओर बढ़ सके. अगर सिर, गर्दन या पीठ में चोट हो, तो यह कदम न उठाएं.
4: शरीर को ठंडा करें
- हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान कम करना सबसे जरूरी होता है. इसके लिए:
- अतिरिक्त कपड़े हटा दें.
- गीले कपड़े को गर्दन, बगल और कमर के पास रखें जहां नसें पास होती हैं.
- पंखा चलाएं या पानी की बूंदें छिड़कें.
- बर्फ की थैली (ice packs) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन ठंडा पानी सीधे न डालें, इससे शॉक लग सकता है.
5: पानी दें – लेकिन केवल होश में हो तो
अगर व्यक्ति जाग रहा है और होश में है, तो उसे धीरे-धीरे पानी या इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक दें. अगर वह भ्रमित है या बेहोश है, तो कुछ भी न पिलाएं, वरना गले में फंसने का खतरा हो सकता है.
6: नजर बनाए रखें
उनके साथ बने रहें और सांस, त्वचा और प्रतिक्रिया पर ध्यान दें. अगर सांस बंद हो जाए, तो CPR की जानकारी रखें और मेडिकल हेल्प के निर्देशों का पालन करें.
हीटवेव से बचने के लिए क्या करें?
- ज्यादा से ज्यादा पानी और ओआरएस लें.
- सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर न निकलें.
- ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें.
- बच्चों और पालतू जानवरों को कार में अकेला न छोड़ें.
- धूप में सिर ढक कर निकलें – टोपी, छाता या गमछा उपयोग करें.
सही समय पर सही कदम, बचा सकता है जान
हीटवेव में लापरवाही भारी पड़ सकती है, लेकिन थोड़ी सी सतर्कता और तुरंत मदद से आप किसी की जान बचा सकते हैं. गर्मी से सावधान रहें, खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी जागरूक करें.