पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के क्रिकेटर भी शामिल हो गए हैं। हाल ही में पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना के खिलाफ बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकी हमला भारतीय सेना की नाकामी है। उनके बयान में भारतीय सेना के खिलाफ साफ नफरत देखने को मिली…
Shahid Afridi: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते और भी खराब हो गए हैं। आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, जिससे सीमा पार हड़कंप मच गया है। इसके चलते पाकिस्तान के साथ लगातार जुबानी जंग चल रही है। इसमें पाकिस्तान के क्रिकेटर भी शामिल हो गए हैं।
हाल ही में पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना के खिलाफ बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकी हमला भारतीय सेना की नाकामी है। उनके बयान में भारतीय सेना के खिलाफ साफ नफरत देखने को मिली। लेकिन इस नफरत की वजह उनका भाई भी है, जिसे BSF के जवानों ने कुत्तों की तरह दौड़ा दौड़ा कर पीटा था और उसकी जान ले ली थी। क्या है पूरा मामला और क्यों अक्सर अफरीदी भारत के खिलाफ उगलते हैं जहर, बात करेंगे इस खबर में..?

दरअसल साल 2003 में भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 7 सितंबर 2023 को अनंतनाग में एक मुठभेड़ में शाकिब को मार गिराया था। इस आतंकी को BSF ने दौड़ाकर गोली मारी थी। शाकिब को हरकत-उल-अंसार का बटालियन कमांडर बताया गया था।
जानकारी के मुताबिक शाकिब का संबंध आतंकी हाफिज सईद से था। चौंकाने वाली बात यह है कि यह अंतकवादी पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी का चचेरा भाई था। तब BSF ने कहा था कि शाकिब से बरामद दस्तावेज उसके अफरीदी से संबंध साबित करते हैं। उस समय अफरीदी पाकिस्तान टीम के मुख्य खिलाड़ी थे.
Shahid Afridi ने अंतकवादी से किसी भी तरह के संबंध होने से कर दिया था इनकार
शाहिद अफरीदी ने उस समय शाकिब से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया था। उस समय उन्होंने मीडिया से कहा था कि पठान परिवार बहुत बड़ा है और मैं अपने कई चचेरे भाइयों को भूल गया हूं।
शाहिद अफरीदी ने कहा था कि उनका परिवार बहुत बड़ा है, मुझे नहीं पता कि मेरा चचेरा भाई कौन है और कौन क्या करता है। यह साफ है कि वह अफरीदी का भाई था। इस घटना से समझा जा सकता है कि इस पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर के मन में भारतीय सेना के प्रति इतनी नफरत क्यों है।
पहलगाम में हुई अंतकवादी घटना के बाद हुए कई बड़े खुलासे
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम इलाके में मार्क्सवादियों ने धर्म पूछकर 26 से ज्यादा पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद देश में गुस्सा है और देशवासी सरकार से कड़ी प्रतिक्रिया की मांग कर रहे हैं। इस बीच सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु घाटी जल संधि को स्थगित कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान के नागरिकों को अपने देश लौटने को कहा है, इसके अलावा पाकिस्तान का वीजा रोक दिया है।