तिल्दा में चल रहा खुला खेल, प्रोटक्शन मनी दो औऱ खुलेआम सट्टा चलाओ
तिल्दा और खरोरा में बज रहा गणपति बुक, गजानंद बुक, महादेव बुक सट्टा का डंका
अवैध पाकिस्तानी सट्टा लिखते-लिखते बन गए सबसे बड़े सटोरिए
1971 में जो शऱणाथी तिल्दा में बसाए गए थे वो आज बन गए सट्टा किंग
तिल्दा में सटोरियों को अवैध कमाई करने की खुली छूट
राजनीतिक पार्टियों के बड़े औऱ छुटभैय्ये नेताओं का संरक्षण
तिल्दा के सटोरियों ने विश्व के सबसे बड़े फलौदी के सटोरियों को पछाड़ दिया
आईपीएल सीजन में करोड़ों अरबों का कारोबार, नए -नए एप से कर रहे वारे न्यारे
रायपुर । देश में सट्टा का जन्मदाता के रूप में राजस्थान के फलौदी को जाना जाता है, उसी तरह अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर युवा छत्तीसगढ़ बनने के 25 साल बाद भी यहां फलौदी की तरह सट्टा फल-फूल रहा है.। तिल्दा में भी हवा-पानी से लेकर क्रिकेट और नागपुर-बाम्बे का सट्टा वहां के लोगों के रग -रग में बस चुका है। तिल्दा छत्तीसगढ़ का ऐसा सट्टा का गढ़ है जहां खाईवाल और बुकी दुनिया भर में होने वाले सट्टे से सीधा संपर्क रखते है। तिल्दा में खुलेआम सट्टे का कारोबार पुलिस के लिए चुनौती बना चुका है, देश-विदेश में चलने वाले सट्टे का सबसे बड़ा खाईवालों का क्षेत्र तिल्दा बन चुका है । 2016 में तिल्दा में चार-पांच खाईवाल होते थे । अब जिला क्षेत्र में इंडिया लेवल के 16 बड़े-बड़े बुकी है जो सट्टे की बुकिंग करते हैं।
हद तो तब हो गई जब कांग्रेस पार्टी के कई पार्षद सट्टे के धंधे में मुख्य सरगना है और बड़े-बड़े एप के मालिक है । वर्तमान में गणपति बुक के नाम पर खरोरा से अपना कारोबार चल रहा है फिर भी यह नाड़ा पजामा की संरक्षण में तिल्दा क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी सट्टे के कारोबार जरिए छत्तीसगढ़ सरकार के लिए ही नहीं भारत सरकार के लिए और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है । 500-1000 करोड़ रूपया सट्टा कारोबार में ट्रांजेक्शन हो रहे है। 2016 से लेकर अब तक राजनीतिक संरक्षण के चलते अपने खानदान के एक सदस्य को भाजपा का भी सदस्य बना दिया है। गणपति एप का सरगना पूर्ण रूप से सट्टे के कारोबार में 500 करोड रुपए कमा चुके है। 2018 से लेकर 2023 तक कांग्रेस शासन काल में सट्टे के बलबूते पैसा बना कर अब पुलिस और छूट भैया नेताओं को पैसा देकर अपना कारोबार सुचारू से चला रहा है । मूलतः पाकिस्तानी निवासी वर्तमान कांग्रेस का पार्षद खुलेआम पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
पाकिस्तानी शरणार्थी बन गए सट्टा किंग
पाकिस्तान शरणर्थी को जब तिल्दा में बसाया गया था तिल्दा कैंप की जनसंख्या मात्र 1500 थी और तिल्दा क्षेत्र में 2 लाख से ज्यादा लोग निवास करते हैं जिसमें अधिकांश पाकिस्तानी थे । हद तो यह हो गई कि पाकिस्तानियों ने विभिन्न टीवी चैनल के नंबर वन टीवी चैनल के मुख्य संवाददाता बनकर पत्रकार बनने का भी प्रयास कर लिए और पत्रकार बनकर भी पुलिस को और आम जनता को नेता बनकर ठग रहे हैं । बाप कांग्रेस में बेटा भाजपा में और न्यूज़ एजेंसी चलकर तथा कथित नंबर वन चैनल को भी नाम बदनाम कर रहा है । पुलिस और नेताओं के जेब में रखने का दावा खुलेआम करते हैं और खुला चैलेंज किसी माई के लाल में दम नहीं जो तिल्दा और खरोरा का सट्टा गणपति बुक गजानंद बुक महादेव बुक बंद करा सके।
नंदू का बेटा बबन सट्टा मामले में वांछित अपराधी, बताया जा रहा फरार
2016 में मूंग बड़ा ठेला लगाकर बेचने वाला नंदू गजब का खाईवाल निकला कांग्रेस की छत्रछाया में हजार करोड़ का मालिक बनते देर नहीं लगी कांग्रेस नेता ऑनलाइन सट्टे के संरक्षण में छूट भैया और नेताओं के संरक्षण में तिल्दा क्षेत्र में एक तरफा राज कर गजानन बुक के नाम से सट्टे का व्यापार किया और करोड़ों की कमाई की। जबकि नंदू गजब का लड़का बबन सट्टा मामले में वांछित अपराधी है जिसे फिलहाल फरार बताया जा रहा है। जिसने गणपति बुक गजानंद बुक, महादेव बुक के मामले में नंदू बाबू के पास 1000 करोड़ का धन सुरक्षित है । बताया जाता नंदू बाबू पाकिस्तान से आने के बाद बहुत गरीबी के दिन मिल मजदूर के रूप में काम करते थे अब 1000 करोड़ के आसामी बनकर तिल्दा नेवरा भाटापारा में कांग्रेस की नेता गिरी कर रहे हैं।