प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां जेठवारा थाना क्षेत्र के अखौ नौबस्ता गांव में 12वीं कक्षा के छात्र शिवम सिंह (18) ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, यह कदम उसने तब उठाया जब आर्थिक तंगी के कारण स्कूल की फीस न चुका पाने की वजह से उसे यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का एडमिट कार्ड नहीं दिया गया। रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि में शिवम अपने घर के पीछे एक पेड़ से लटका हुआ मिला। इस घटना ने इलाके में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है और स्कूल प्रबंधन के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं।
घटना का विवरण
अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) संजय राय ने बताया कि मृतक के पिता राजेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज की है। उनके अनुसार, शिवम साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज, धनसारी (जेठवारा) में इंटरमीडिएट का छात्र था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण फीस जमा नहीं हो सकी थी। राजेंद्र ने आरोप लगाया कि उनका बेटा बोर्ड परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड लेने स्कूल गया था, लेकिन प्रबंधन ने बकाया फीस का हवाला देकर उसे एडमिट कार्ड देने से मना कर दिया और अपमानित कर भगा दिया। इस घटना से आहत होकर शिवम ने घर लौटकर रात में यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
स्कूल प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई
पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज के प्रबंधक और प्रिंसिपल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया है। एएसपी संजय राय ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि स्कूल के इस फैसले ने छात्र पर कितना मानसिक दबाव डाला।
कई लोगों ने स्कूल के इस रवैये की कड़ी आलोचना की है, जिसमें फीस न चुकाने पर एडमिट कार्ड रोक लिया गया। साथ ही, बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्रों पर पड़ने वाले तनाव पर भी चर्चा शुरू हो गई है।
यूपी बोर्ड परीक्षा का पहला दिन
यह घटना ऐसे समय में हुई जब उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं सोमवार से शुरू हुईं। इस साल 54 लाख से अधिक छात्र इन परीक्षाओं में शामिल हुए हैं, जिनमें से लगभग आधे 12वीं कक्षा के हैं। परीक्षा शुरू होने के पहले दिन ही इस तरह की घटना ने शिक्षा व्यवस्था और स्कूल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।