नई दिल्ली: आगरा में एक बार फिर अतुल सुभाष जैसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। टीसीएस कंपनी में रिक्रूटमेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत मानव शर्मा ने अपनी पत्नी के उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृत्यु से पहले मानव ने 6 मिनट 56 सेकेंड का एक वीडियो बनाया, जिसमें गले में फंदा डालकर रोते हुए उन्होंने अपनी व्यथा सुनाई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कानून को पुरुषों की भी रक्षा करनी चाहिए
मानव शर्मा थाना सदर क्षेत्र की डिफेंस कॉलोनी के निवासी थे। 24 फरवरी को बनाए गए इस वीडियो में उन्होंने कहा कि वह पत्नी की प्रताड़ना और उसके चरित्र पर शक के कारण यह कदम उठा रहे हैं। वीडियो में मानव ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “कानून को पुरुषों की भी रक्षा करनी चाहिए, वरना कोई मर्द नहीं बचेगा।” उन्होंने यह भी अपील की कि उनके माता-पिता को कोई परेशान न करे। वीडियो में अपनी कलाई पर कट के निशान दिखाते हुए उन्होंने बताया कि यह उनकी पहली आत्महत्या की कोशिश नहीं थी।
मेरे मां-बाप को टच नहीं करना
रोते हुए मानव ने अपने माता-पिता से माफी मांगी और कहा, “पापा सॉरी, मम्मी सॉरी। मेरे जाने से सब ठीक हो जाएगा।” अंत में उन्होंने कहा, “मेरे मां-बाप को टच नहीं करना,” और इसके बाद वीडियो अचानक बंद हो गया। बताया जा रहा है कि इसके तुरंत बाद मानव ने फंदे पर लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
इस घटना ने बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या को फिर से चर्चा में ला दिया, जिन्होंने भी पत्नी की प्रताड़ना के चलते ऐसा कदम उठाया था। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। यह मामला पुरुषों के अधिकारों और घरेलू हिंसा कानून पर बहस को फिर से तेज कर सकता है।
पत्नी का बयान भी आया सामने
मानव शर्मा की पत्नी निकिता शर्मा ने भी इस मामले में अपनी बात रखी है। निकिता ने कहा कि मानव ने वीडियो में उनके चरित्र पर जो आरोप लगाए, वह उनकी शादी से पहले की बात थी और उनका अतीत था। उन्होंने स्पष्ट किया कि शादी के बाद उनकी जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं था। निकिता के अनुसार, जब मानव को उनके अतीत के बारे में पता चला, तो वे शराब पीने लगे और उनके साथ मारपीट करने लगे। निकिता ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने मानव को कई बार फांसी लगाने की कोशिश से रोका और बचाया था।
उन्होंने बताया कि जिस रात मानव ने आत्महत्या की, वह उन्हें खुशी-खुशी घर छोड़कर गए थे। निकिता ने अपनी व्यथा सुनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है और कहा कि उनकी बात भी सुनी जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसा नहीं है कि कानून सिर्फ महिलाओं के लिए ही बनाया गया है, बल्कि यह सभी के लिए समान होना चाहिए।