संदिग्ध सामग्री मिलने पर तुरंत PIB Fact Check को WhatsApp नंबर +91 8799711259 या ईमेल factcheck@pib.gov.in पर भेजें।
Operation Sindoor : रायपुर/नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। इस बीच, पाकिस्तान सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और अफवाहें फैलाकर दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहा है। रायपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बिना जांचे कोई भी मैसेज फॉरवर्ड न करें, खासकर भारतीय सेना से जुड़ी भ्रामक जानकारियों को। संदिग्ध सामग्री मिलने पर तुरंत PIB Fact Check को WhatsApp नंबर +91 8799711259 या ईमेल factcheck@pib.gov.in पर भेजें।
Operation Sindoor : रक्षा मंत्रालय की चेतावनी-
रक्षा मंत्रालय ने भी एक एडवाइजरी जारी कर सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और व्यक्तियों से रक्षा अभियानों या सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज और रीयल-टाइम रिपोर्टिंग से बचने को कहा है। मंत्रालय ने X पर पोस्ट में कहा, “ऐसी संवेदनशील जानकारी का खुलासा परिचालन प्रभावशीलता और जवानों की जान को खतरे में डाल सकता है। #कारगिल युद्ध, 26/11 हमले और #कंधार अपहरण जैसी घटनाएं समय से पहले रिपोर्टिंग के जोखिमों को दर्शाती हैं।”
Operation Sindoor : एडवाइजरी में यह भी स्पष्ट किया गया कि केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के तहत आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान केवल नामित अधिकारियों को ही ब्रीफिंग की अनुमति है। सभी हितधारकों से कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी बरतने का आग्रह किया गया है।
❓Explosion at Jammu Air Force Base? Here’s the truth!
An old image is being circulated with false claims of multiple explosions at the Jammu Air Force Base in India.#PIBFactCheck
✅ This image is from the Kabul Airport blast in August 2021.
✅ Here’s a report from that… pic.twitter.com/y99zbukBGM
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 9, 2025
Operation Sindoor : जम्मू एयरफोर्स बेस पर विस्फोट का दावा झूठा-
सोशल मीडिया पर जम्मू एयरफोर्स बेस पर विस्फोट के दावे के साथ पुरानी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। कुछ प्रो-पाकिस्तान हैंडल्स ने दावा किया कि जम्मू में कई धमाके हुए। हालांकि, PIB Fact Check ने इन दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि वायरल तस्वीर अगस्त 2021 में काबुल एयरपोर्ट पर हुए विस्फोट की है। PIB ने लोगों से ऐसी भ्रामक सामग्री पर विश्वास न करने और केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने की सलाह दी है।