
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उनके आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) और राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA) की अहम बैठकें हुईं.
CCS को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सबसे अहम निर्णय लेने वाली संस्था माना जाता है, जबकि CCPA को ‘सुपर कैबिनेट’ की संज्ञा दी जाती है. इन बैठकों के दौरान सुरक्षा पर कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिनकी जानकारी दोपहर 4 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जाएगी.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक ठोस डोजियर तैयार किया है, जिसमें विस्तार से बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद को समर्थन देता आया है. इस डोजियर में पाकिस्तान के नेताओं के उन बयानों का भी उल्लेख है जिनमें उन्होंने खुद माना कि पाकिस्तान की जमीन से आतंकी गतिविधियां संचालित होती रही हैं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और परवेज मुशर्रफ तक, सभी ने कभी न कभी यह स्वीकारा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है. 26/11 मुंबई हमलों को लेकर नवाज शरीफ का बयान और मुशर्रफ द्वारा आतंकी ट्रेनिंग कैंपों की मौजूदगी स्वीकार करना, इस बात का सबूत हैं.
इसी बीच, पीएम मोदी की अगुवाई में आज CCS बैठक के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग से एक और हाई लेवल मीटिंग भी हुई है. इससे स्पष्ट है कि भारत अब कूटनीतिक और रणनीतिक दोनों स्तरों पर पाकिस्तान को जवाब देने की तैयारी कर चुका है.
अब सबकी निगाहें 3 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जहां सरकार इन बैठकों में लिए गए अहम फैसलों का खुलासा कर सकती है.