
Weather Update: दिल्ली समेत उत्तर भारत में गर्मी ने समय से पहले ही अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-NCR के लिए अगले दो दिनों तक हीटवेव का अलर्ट जारी किया है. राजस्थान के लिए तो रेड अलर्ट भी घोषित किया गया है. उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान या तो 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है कई जगह तो तापमान 40 डिग्री के पार भी जा चुका है. मौसम विभाग का कहना है की फिलहाल दिन-रात गर्मी का असर बरकरार रहेगा.
Heatwave Alert: दिल्ली से लेकर यूपी-राजस्थान तक हीटवेव का अलर्ट; पढ़ें इस हफ्ते कैसा रहेगा मौसम.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4-5 दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली और पंजाब में हीटवेव की स्थिति होने की संभावना है. मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा. दिल्ली में अधिकांश स्थानों पर हीटवेव की स्थिति होने की संभावना है. दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 40 से 42 डिग्री सेल्सियस और 21 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. सुबह के समय हवा की गति 10-12 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है.
कब मिलेगी राहत?
#WATCH | Delhi: On heatwave conditions in Delhi and North India, IMD Scientist Dr Naresh Kumar says, “…We have issued a heatwave warning in Delhi-NCR for the next two days. On 11th April, there is a probability of light rainfall. We have issued a red alert for heatwave in… pic.twitter.com/rezHva9g90
— ANI (@ANI) April 8, 2025
IMD के मुताबिक, 11 अप्रैल से दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है, जिससे गर्मी कुछ हद तक कम हो सकती है. लेकिन तब तक हमें खुद ही सतर्क रहना होगा.
हीटवेव क्या है और क्यों है खतरनाक?
हीटवेव यानी जब मौसम इतना गर्म हो जाए कि शरीर का नेचुरल कूलिंग सिस्टम (पसीने द्वारा शरीर को ठंडा रखना) काम करना बंद कर दे. गर्मी के साथ-साथ अगर ह्यूमिडिटी यानी नमी भी ज्यादा हो, तो शरीर जल्दी थकता है, पानी और नमक की कमी हो जाती है, और दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है. इसके चलते चक्कर आना, सिर दर्द, थकावट, उल्टी, और गंभीर मामलों में हीट स्ट्रोक तक हो सकता है.
छोटे बच्चे हीटवेव में सबसे ज्यादा संवेदनशील
बच्चों का शरीर तापमान को अच्छे से नियंत्रित नहीं कर पाता. वो ज्यादा पसीना नहीं बहाते और अपनी परेशानी सही तरीके से बता भी नहीं पाते.
बरते ये सावधानियां
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- दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर बिल्कुल न निकालें
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- हल्के सूती कपड़े पहनाएं
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- बार-बार पानी या दूसरे तरल पदार्थ लें.
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- बच्चे और टीनएजर – खेलने की उम्र में खतरे को न करें नजरअंदाज
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- बच्चे धूप में भी खेलने से पीछे नहीं हटते. लेकिन गर्मी में उनका यही उत्साह खतरनाक हो सकता है.
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- डिहाइड्रेशन क्योंकि खेलते समय पानी पीना भूल जाते हैं.
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- सनबर्न अगर स्किन को सूरज से बचाया न जाए.
क्या करें:
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- ठंडे पानी से स्नान करें .
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- बाहर खेलने की जगह सुबह या शाम का समय चुनें.
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- हर 30 मिनट में पानी पीने की आदत डालें.
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- कैप, सनग्लासेस और सनस्क्रीन लगाना न भूलें.
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- हल्का भोजन करें: भारी और मसालेदार भोजन से बचें.
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- जरूरत पड़े तो ठंडे पानी की पट्टियों से शरीर को ठंडा करें.
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- धूप से बचने के लिए टोपी या छाता का इस्तेमाल करें.
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- शारीरिक गतिविधि को दिन के ठंडे हिस्सों तक सीमित रखें.
हीटवेव को हल्के में न लें, यह सिर्फ असहज नहीं, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है. हर उम्र के लोग इस गर्मी से प्रभावित होते हैं, इसलिए खुद भी सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें.