Narayanpur.। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुरुवार को जिले में सक्रिय चार महिला और दो पुरुष इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। आत्मसमर्पण करने वाले इन छह नक्सलियों पर कुल 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों की पहचान धनाय हलामी (24), दशमती कोवाची (20), सुकाय उर्फ रोशनी पोयाम (20), चैतराम उसेंडी उर्फ रूषी (28), गंगू पोयाम (20) और शारी उर्फ गागरी कोवाची (20) के रूप में हुई है। ये सभी नक्सली माड़ डिविजन और अमदेई एरिया कमेटी में सक्रिय थे।
बढ़ते पुलिस दबाव और शोषण से तंग आकर छोड़ा हिंसा का रास्ता
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण का प्रमुख कारण सुरक्षाबलों की बढ़ती उपस्थिति, पुलिस के प्रभावशाली अभियान और नक्सली संगठन के भीतर शोषण और अव्यवस्था से उपजी निराशा रही। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने नक्सल संगठन की अमानवीय, हिंसक और दिशाहीन विचारधारा से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। इसके साथ ही उन्हें शिक्षा, रोजगार, पुनर्वास और सुरक्षा संबंधी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
इस साल 110 नक्सली कर चुके हैं आत्मसमर्पण
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 110 नक्सली नारायणपुर जिले में आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो सरकार की प्रभावी रणनीति और विश्वास निर्माण के प्रयासों का परिणाम है। गौरतलब है कि इससे पूर्व सुरक्षाबलों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान दो महिला नक्सलियों को मार गिराया था। यह घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अबूझमाड़ और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों का दबाव लगातार बढ़ रहा है और नक्सलियों का मनोबल टूट रहा है।