रायपुर। राजधानी रायपुर के गुरुद्वारा गोविंद नगर पुराना बस स्टैंड के सामने पंडरी रायपुर में सिख समाज द्वारा पहलगाम आतंकी हमले में असामयिक मृत्यु के शिकार हुए सभी मृतक पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए अंतिम अरदास एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया कार्यक्रम के दौरान स्त्री सत्संग जाते की सिख महिलाओं ने सुखमणि साहिब का पाठ किया उसके बाद हजूरी रागी जत्थे के भाई साहब सिंह चरणजीत सिंह, अमित सिंह ने वैराग्य मय कीर्तन और आनंद साहिब का पाठ किया गया | पहलगाम आतंकी हमले की मृतकों की आत्मा की शांति के लिए गुरुद्वारे के हेड ग्रंथी ज्ञानी हरमिंदर सिंह ने अंतिम अरदास की, मृतकों में समता कॉलोनी रायपुर के दिनेश मीरानिया और उनके परिवार के लिए भी अरदास की गई |
पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्राण गंवाने वाले पर्यटकों की अंतिम अरदास एवं श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित छग राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने इसे आतंकियों की कायराना हरकत बताया उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पर्यटकों की हत्या का यह पहला मामला है, परिवार छुट्टियां मनाने गए थे और इन आतंकियों की खूनी कार्रवाई के शिकार हो गए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस धर्म विरोधी हत्याकांड का बदला जरूर लेंगे | छत्तीसगढ़ सिंधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेश दरयानी ने श्रद्धांजलि सभा में आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में किए गए नृशंस हत्याकांड की निंदा करते हुए कहा कि यह धर्म विरोधी गतिविधियां हैं उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने जो हरकत की है वह माफी के लायक नहीं है |
राजधानी के बाबा बुड्ढा जी साहिब गुरुद्वारा के दिलेर सिंह रंधावा ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार हिंदू मुसलमान नहीं होना चाहिए सभी किसी न किसी के पिता, भाई, पति और बेटे थे इस दुख की घड़ी में हम इन परिवारों के साथ हैं | गुरुद्वारा गोविंद नगर के समाजसेवी परविंदर सिंह भाटिया ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए मृतक परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि भगवान किसी के साथ भी ऐसा दुबारा ना होने दें |
गुरुद्वारा गोविंद नगर स्त्री सत्संग की अमरजीत कौर घई ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वालों को इंसान नहीं कहा जा सकता, दरिंदों ने हंसते खेलते परिवारों को जीवन भर का दुख दे दिया, स्त्री सत्संग की हरजीत कौर सग्गू ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दरिंदे आतंकवादियों के इस हमले में प्राण गंवाने वाले व्यक्तियों के परिवारों की महिलाओं को सारी जिंदगी दुख झेलना पड़ेगा निर्दोष परिवारों को मौत के घाट उतारने वालों को इसकी सजा जरुर मिलनी चाहिए , परिवारों को न्याय मिलना ही चाहिए| छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने पहलगाम के इस धर्म विरोधी नृशंस हत्याकांड की निंदा करते हुए इस दिन को काला धब्बा बताया, उन्होंने कहा कि इन मुस्लिम आतंकियों के कायराना धर्म विरोधी हत्याकांड के कारण इन सभी के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है जबकि मृतकों का किसी भी तरह का कोई दोष नहीं था , छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि अबकी बार आतंक का समूल नाश कर पाकिस्तान को सबक सिखाएं, छत्तीसगढ़ का सिख समाज आपके सभी निर्णय के साथ है, सरहद पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों, सीज फायर का उल्लंघन और आतंकवादियों के छुप कर वार करने से हमारे देश के अनेक जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए हैं उन जवानों की मौत का भी बदला आर पार की लड़ाई के साथ लिया जाए |
गुरुद्वारा गोविंद नगर द्वारा आयोजित इस अंतिम अरदास एवं श्रद्धांजलि सभा का संचालन सरदार मनमोहन सिंह सैलानी ने किया उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब जी के अनेक श्लोको को परिभाषित करते हुए आतंकवादियों की कायराना हरकत, मानव विरोधी कार्यवाही के कारण होने वाले उनके अंत के बारे में बताया उन्होंने कहा कि मृतकों और उनके परिवारों की बददुआओं से आतंक के नाश होने में देर नहीं लगती | गुरुद्वारा गोविंद नगर और छत्तीसगढ़ के सिख समाज द्वारा पहलगाम में आतंकियों की कायराना हरकतों के कारण अपने प्राणों की आहुति देने वालों की आत्मा की शांति के लिए आयोजित इस अंतिम अरदास और श्रद्धांजलि सभा में छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, सिंधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेश दरयानी, छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, सुरजीत सिंह छाबड़ा, मंजीत सिंह भाटिया, हरविंदर सिंह खालसा, गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा जी साहेब के दलेर सिंह रंधावा, मनमोहन सिंह सैलानी, इंदरवीर सिंह कोहली सहित
गुरुद्वारा गोबिंद नगर पंडरी रायपुर के अध्यक्ष सरदार इंद्रजीत सिंह चावला, सरदार कुलविंदर सिंह रखराज, परविंदर सिंह भाटिया, इंद्रजीत सिंह सलूजा, मनिंदर सिंह रखराज, जसपाल सिंह हैहर, दलबीर सिंह ढिल्लों हरजिंदर सिंह सिद्धू, , वरिंदर सिंह चावला, आत्मजीत सिंह बग्गा जागीर सिंह बाबा सज्जन सिंह चावला, राजेंद्र सिंह टुटेजा, हरचरण सिंह, कैलाश कृष्णानी, धनंजय मखीजा, मनोज सिंह, स्त्री सत्संग की अमरजीत कौर घई, हरजीत कौर सग्गू ,जोगिंदर कौर सलूजा, सोनिया सलूजा, रेनू असीजा, परमजीत कौर सलूजा, सुरेंद्र कौर चावला, मनजीत कौर चावला सहित समाज के अनेक स्त्री पुरुष शामिल हुए |