रायपुर। जय जोहार साहित्य एवं संस्कृति संस्थान एवं वैभव प्रकाशन रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में छत्तीसगढ़ की नारी शक्तियों पर केंद्रित पुस्तक कोसल पुत्री के दो भाग, और छत्तीसगढ़ कहानी गढ़( संपादक डॉ सीमा अवस्थी ‘मिनी’) सहित तीन अन्य पुस्तकों का विमोचन हुआ । इस अवसर पर 108 महिला नेत्रियों को भी सम्मानित किया गया ।इस भव्य आयोजन की मुख्य अतिथि समाजसेवी कौशल्या देवी साय ने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं को अपनी रक्षा के लिए स्वयं सजग होना होगा। छत्तीसगढ़ की महिलाएंँ जीवन के विविध रंगों में लिख रही हैं।
आज सभी क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ की महिलाएंँ आगे हैं। घर परिवार के अलावा राज्य की संस्कृति के संरक्षण में भी वे अत्यधिक सक्रिय हैं। श्रीमती साय ने अनेक रोचक संस्मरण सुनाए। समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शशांक शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि- छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की सचिव डॉ अभिलाषा बेहार ने लेखिकाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए बधाई दी। प्रारंभ में संयोजक डॉ सीमा निगम और डॉ सुधीर शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ रश्मि लता मिश्रा ने साहित्य और संगीत के समन्वय पर बल दिया। मुख्य अतिथि ने कहानी गढ़ छत्तीसगढ़ की संपादक डॉ सीमा अवस्थी को कोसल पुत्री सम्मान से सम्मानित किया। इस अवसर पर पद्मश्री शमशाद बेगम, पद्मश्री उषा बारले, ममता चंद्राकर, जोशी बहनों सहित 108 नारी शक्तियों का सम्मान किया। डॉ रमेंद्र नाथ मिश्र और डॉ महेंद्र ठाकुर की उपस्थिति में द्वितीय सत्र संपन्न हुआ। समारोह का संचालन शुभ्रा ठाकुर, डॉ सीमा अवस्थी, सुमन बाजपेयी ने संयुक्त रूप से किया।
संस्था की अध्यक्ष डॉ सीमा निगम ने जानकारी देते हुए बताया छत्तीसगढ़ में इस तरह का आयोजन पहली बार हुआ है।