Bilaspur. बिलासपुर। उच्च न्यायालय एवं छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशों के पालन में अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार सुबह बिलासपुर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने संयुक्त अभियान चलाया। इस अभियान की अगुवाई जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने की। कार्यवाही में जिले के सभी राजस्व और पुलिस अधिकारियों को शामिल करते हुए करीब 60 से 70 टीमों का गठन किया गया था, जिन्होंने जिले भर के लगभग 80 से 85 संदिग्ध स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।
इस अभूतपूर्व कार्रवाई के दौरान लगभग 12 से 13 स्थानों पर करीब 600 ट्रैक्टर अवैध रूप से डंप की गई रेत पाई गई, जिन्हें तत्काल प्रभाव से जब्त किया गया। इसके अतिरिक्त, 3 पोकलैंड मशीनें, 2 जेसीबी, 13 हाईवा और 34 अन्य ट्रैक्टरों समेत कुल 50 से अधिक भारी वाहनों को अवैध उत्खनन में संलिप्त पाए जाने पर कब्जे में लिया गया है। कार्रवाई के दौरान 40 से 50 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जिससे रेत माफियाओं के नेटवर्क की गहराई तक जानकारी प्राप्त की जा सके। इस अभियान में पुलिस और खनिज विभाग की समन्वित भूमिका रही, जिसके तहत रेत माफियाओं के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही आरंभ की जा चुकी है।
जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि “राज्य शासन एवं उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुरूप, जिले में अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई है। यह कार्यवाही केवल शुरुआत है और ऐसे सभी कृत्यों पर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है।” वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कहा कि रेत माफिया के खिलाफ यह सख्त संदेश है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस व खनिज विभाग की संयुक्त टीमें लगातार निगरानी बनाए रखेंगी और आगामी दिनों में भी ऐसे व्यापक अभियान चलाए जाएंगे।” प्रशासन की यह कार्यवाही न केवल जिले में अवैध रेत खनन पर अंकुश लगाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है, बल्कि यह संदेश भी दे रही है कि संसाधनों की लूट और पर्यावरण विनाश के खिलाफ शासन पूरी सख्ती के साथ तैयार है।

