
Representative Image (Photo Credits: Pixabay)
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रविवार दोपहर 3:24 बजे 2.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किये गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था.
इससे पहले इसी हफ्ते, सोमवार सुबह दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. सुबह 5:36 बजे आए इस झटके का केंद्र धौला कुआं, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में था और इसकी गहराई सिर्फ 5 किलोमीटर थी. कम गहराई के कारण झटके तेज महसूस किए गए, जिससे लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए.
दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र-IV (Seismic Zone IV) में आता है, जो देश के उच्चतम भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्रों में से एक है. यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से दूसरी सबसे अधिक संवेदनशील श्रेणी में आता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली का इलाका हिमालयी टेक्टोनिक प्लेट्स से लगभग 250 किलोमीटर दूर स्थित है. हिमालयी क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अत्यधिक सक्रिय है, और वहां होने वाली हलचलें दिल्ली-एनसीआर तक असर डालती हैं.
भूकंप के दौरान क्या करें
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो बिना किसी चेतावनी के आ सकता है. ऐसे में सतर्कता और सही कदम उठाना आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कि भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
1. अगर आप घर के अंदर हैं तो टिकाऊ फर्नीचर के नीचे छुपें. किसी मजबूत टेबल, बेड या डेस्क के नीचे बैठें और अपने सिर और गर्दन को कवर करें. अगर कोई फर्नीचर नहीं है, तो कमरे के किसी कोने में दीवार के पास बैठें. शीशों, खिड़कियों और भारी सामान से दूर रहें. कांच टूटने या चीज़ों के गिरने से चोट लग सकती है. अगर संभव हो, तो गैस और बिजली तुरंत बंद करें, ताकि आग लगने की संभावना न हो. लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. सीढ़ियों का ही उपयोग करें.
2. अगर आप बाहर हैं तो खुले मैदान में रहें. बिल्डिंग, बिजली के खंभों, पेड़ों और होर्डिंग्स से दूर हट जाएं. गिरने वाले सामान से बचें. अगर कोई निर्माण कार्य चल रहा है, तो वहां से तुरंत दूर चले जाएं.
3. अगर आप कार चला रहे हैं तो सड़क किनारे गाड़ी रोक दें. लेकिन पुल, ओवरब्रिज, और पेड़ों के पास न रुकें. जब तक झटके रुक न जाएं, गाड़ी में ही रहें.