दिवाली की पूरे देश में धूम है। मिठाइयों-पकवानों के साथ पटाखे और आतिशबाजी के बिना ये पर्व अधूरा लगता है। पर उत्साह और आनंद के बीच अपनी सेहत और सुरक्षा को लेकर कोई लापरवाही बिल्कुल भी न बरतें।
दिवाली में पटाखों के धुंए के कारण अस्थमा-सांस की दिक्कत बढ़ने, मिठाइयों के कारण ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा तो रहता ही है, साथ ही पटाखों को जलाते समय लापरवाही के कारण हर साल बड़ी संख्या में लोगों के हाथ जलने या आंखों में चोट लगने के भी मामले देखे जाते रहे हैं।
पटाखों को लेकर बरती गई किसी भी तरह की लापरवाही कई बार गंभीर समस्याओं का कारण भी बन सकती है। अगर दिवाली के उत्सव के दौरान आप भी इस तरह की दिक्कतों के शिकार हो गए हैं तो तुरंत डॉक्टरी सहायता लें।
पटाखों के कारण आंखों में लगने वाली चोट गंभीर हो सकती है, इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। त्वचा या हाथ में हल्की चोट आने या जलने पर कुछ घरेलू उपायों से लाभ मिल सकता है। आइए इस बारे में जानते हैं।
ये जानते हुए भी कि पटाखे क्षति पहुंचा सकते हैं, फिर भी हर साल लोग लापरवाही बरतते हैं। दिवाली के बाद हर साल ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। चोट या जलन ज्यादा गंभीर है या आंखों-चेहरे पर भी है तो तुरंत किसी डॉक्टर से मिलें। हल्की चोट-जलन में कुछ उपाय करके भी लाभ पाया जा सकता है, हालांकि इसके बाद भी एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
जलन वाले हिस्से की ठंडी सेकाई
पटाखों से हाथ या त्वचा जल जाए तो जले हुए स्थान को ठंडे पानी में 10-15 मिनट तक रखें। इससे जलन कम होती है और सूजन नहीं बढ़ती। जले हुए स्थान को साफ और सूखे कपड़े से ढकें ताकि धूल और गंदगी वहां न लगे। इस तरह संक्रमण का खतरा कम होता है। कई बार जलने के कारण छाले भी पड़ जाते हैं, जिससे आपको तेज दर्द हो सकता है। छालों को फोड़ने से बचें क्योंकि इससे संक्रमण हो सकता है।
त्वचा को शुष्क होने से बचाएं
जलन वाले हिस्से पर मॉइस्चराइजिंग लोशन लगा सकते हैं इससे त्वचा को शुष्क होने से बचाने में मदद मिलती है। बिना डॉक्टर से पूछे कोई भी क्रीम, लोशन का उपयोग न करें। साथ ही, दर्द निवारक दवाओं का उपयोग भी केवल डॉक्टर के सुझाव पर ही करें। डॉक्टर आपको एंटीसेप्टिक क्रीम देते हैं जिसे जलने के स्थान पर लगाने से दर्द और संक्रमण का खतरा कम हो सके।
एलोवेरा से मिल सकता है लाभ
त्वचा में जलन या अन्य समस्याओं को कम करने में एलोवेरा को फायदेमंद पाया गया है। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण संक्रमण के आसपास के हिस्सों में बैक्टीरिया के विकास को रोकने और संक्रमण के खतरे को कम करने में फायदेमंद है। पौधे से सीधे निकाले गए शुद्ध एलोवेरा जेल का उपयोग अधिक फायदेमंद माना जाता है।
इसके अलावा नारियल का तेल लगाने से भी आपको त्वचा की समस्याओं में लाभ मिल सकता है। नारियल के तेल में विटामिन-ई होता है जो त्वचा पर जलने के बाद के निशान को कम करने में बहुत लाभकारी है।
पटाखों से हाथों के जलने के साथ आंख को भी क्षति पहुंचने का खतरा रहता है। इसलिए पटाखे जलाते समय बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। कई लोगों में पटाखों के कारण आंख की रोशनी चले जाने का भी खतरा देखा गया है, इसलिए लापरवाही बिल्कुल न बरतें। घरेलू उपाय सिर्फ हल्की चोट या जलन के लिए हैं। अगर जलन गंभीर है या घाव हो गया है तो बिना देर किए किसी नजदीकी अस्पताल जाएं।