बस्तर से लौटकर बोले CM भुपेश बघेल.. महाधिवक्ता कनक तिवारी का इस्तीफा स्वीकार
CM भुपेश बघेल बस्तर दौरे से लौट आये हैं उन्होंने चर्चा करते हुवे विभिन्न मसलों पर बात की। उन्होंने कहा कि इंद्रावती प्रोजेक्ट के लिए भी अलग से प्राधिकरण बनाया गया है इसकी घोषणा हमने की है साथ ही कनिष्ठ चयन बोर्ड के कार्यालय भी खुलेगा जो वहां पर छात्र-छात्राएं हैं उनके भर्ती के लिए सहायक होगा। फॉरेस्ट राइट एक्ट के मामले में सामुदायिक दावों के मामले में गंभीरता से विचार कर रहे हैं इसके लिए भी निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टा के लिए भी जो वास्तविक हकदार हैं उन्हें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही अबूझमाड़ में भी जो बस्तर के मूल निवासी उनके लिए जमीन का हक दिलाने के निर्देश दिए हैं।
CM बघेल ने कहा कि नक्सल समस्या के मामले में मैंने हमेशा कहा है कि वहां जाकर पीड़ित और प्रभावितों से बात करूंगा उस दिशा में भी हमने प्रयास शुरू किया है.सभी पक्षों से चर्चाएं की है लेकिन यह प्रयास अंतिम नहीं है, अभी और भी दिशा में प्रयास किए जाने हैं बहुत सारे लोगों से बातचीत किया जाना है कोई जल्दबाजी नहीं है।
उन्होंने कहा मूल रूप से बात यही कि जो प्राथमिक सुविधाएं हैं उसका लाभ बस्तर के आदिवासियों को नहीं मिल पा रहा है. चाहे वह सड़क की बात हो या बिजली की बात हो बड़ा मुद्दा रोजगार का भी है पढ़े-लिखे नौजवानों के पास में कोई रोजगार नहीं है और उन को रोजगार देने की सबसे अधिक जरूरत है उस दिशा में भी प्रयास कर रहे हैं। लोगों को कैसे ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके उस दिशा में भी सभी कलेक्टरों को कमिश्नर ओं को अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने कहा कि महाधिवक्ता कनक तिवारी ने असमर्थता जताते हुए इस्तीफे की पेशकश की है, उनके स्थान पर दूसरी नियुक्ति की जा रही है उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।