12 हिरणों के शिकार का अपराधी पकड़ा गया, पानी में जहर देकर किया था हिरणों का शिकार
धमतरी जिले के ग्राम मोहलई के जंगल में कुछ हिरणों के शव ग्रामीणों को दिखायी पड़ने की सूचना पर परिक्षेत्र अधिकारी अपने स्टाफ के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। मौके पर वन मंडलाधिकारी धमतरी अमिताभ वाजपेयी के साथ वन विभाग के अन्य अधिकारी हरीश पाण्डेय, लकरा और परिक्षेत्र अधिकारी बागड़े ने घटना के संबंध में जानकारी ली।
वन विभाग के दल ने मौके पर पाया कि मुरूम खुदाई करने के कारण निर्मित गड्ढ़ों में कुछ पानी तीन गड्ढ़ों में था, इन गड्ढ़ों में पानी पीने के बाद विभिन्न दिशा में भाग रहे हिरण मौत होने कारण गिर पड़े थे। प्रथम दृष्ट्या यह मामला पानी में जहरीला पदार्थ संभवतः यूरिया डाले जाने के कारण इन हिरणों की मौत होना पाया गया।
घटना की सूचना तत्काल मुख्य वन संरक्षक रायपुर संजीता गुप्ता को दी। उन्होंने मौके पर पहुंचकर आवश्यक निर्देश दिए। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वण्य प्राणी) राकेश चतुर्वेदी के निर्देश पर अचानकमार टाईगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक को स्निफर डाग स्क्वाड भेजकर विवेचना में सहयोग करने तथा अपराधी को पकड़ने के निर्देश दिए गए।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर दोपहर में स्निफर डाग स्क्वाड मौके पर पहुंचा और अपराधी को धर दबोचा गया। स्निफर डाग के द्वारा चिन्हित अपराधी रिखी राम ध्रुव वल्द देवी ध्रुव ग्राम मोहलई के फार्म की तलाशी लेने पर यूरिया, चीतल के सींग, वन्य प्राणियों की अस्थियां, शिकार करने का फांदा आदि आपत्तिजनक वस्तुएं जप्त की गई।

आरोपी के विरूद्ध वन्य प्राणियों के अवैध शिकार के आरोप में विधिक कार्यवाही की जा रही है। चीतलों का पोस्टमार्टम किया जाकर वनमंडलाधिकारी धमतरी के समक्ष अंतिम संस्कार किया गया।