पांच बैलगाड़ी व बैलों को सजा धजा कर दूल्हे सहित सभी बाराती चरौदा से तामासिवनी के लिए लगभग तीन किलोमीटर तक बैलगाड़ी में गए। बैलगाड़ी में बाराती आते देख लोगों का कौतुहल जाग उठा और हुजूम लग गया।
पहले लगभग हर शादी में बैलगाड़ियों से बारात जाया जाता था लेकिन अब आधुनिक संसाधनों के चलते लोगों ने बैलगाड़ी से बारात निकालना बंद कर दिया है। इस बारात को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए।