कोरिया निगम की घोर लापरवाही, वनों में डंप करवाया कचरा, NGT के नियमों की अवहेलना
कोरिया जिले के चिरमिरी नगर निगम अधिकारियों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों को ताक में रखकर वनों में कचरे का भंडार डंप करवाया। मीडिया को जानकारी लगने के बाद कचरे को उठाकर एसएलआरएम सेंटर के बाहर में रखकर आग लगवा दिया गया ।

चिरमिरी में मिशन क्लीन सिटी के तहत शहर को नंबर वन बनाने की तैयारी में जुटे नगर पालिक निगम चिरमिरी की कॉलोनियों से लगे वनों में शहर के कचरों का भंडार लगा हुआ है।

आपको बता दें चिरमिरी शहर के कॉलोनियो से निकलने वाले कचरे को निगम कर्मियों ने पूर्वी साजा पहाड़ के वनों में डंप करवा दिया। इसकी खबर मिलते ही निगम आयुक्त ज्योत्सना टोप्पो और महापौर के.डोमरु रेड्डी भी मौके स्थल पर पहुँचे। मामले को देखकर अधिकरियों में ऐसी चर्चाएं बनी रही कि यदि एनजीटी को मामले की खबर लग गई तो किसी की खैर नही।

जब मामले की खबर मीडिया को लगी तो निगम के अधिकारी आनन फानन में जेसीबी सहित कई टीपरों की सहायता से वन में डम्प किये गए प्लास्टिक कचरे को उठाकर एसएलआरएम सेंटर बाहर जमा किया और लेकिन कचरा अधिक मात्रा में होने के कारण निगम कर्मियों ने कचरे के ढेर में आग लगा दी। जब कचरे में आग तेजी से लग गई तो आग बुझाने में अधिकारी कर्मचारी जुट गए ।

पूरे मामले में जब स्वच्छता अधिकारी उमेश तिवारी से मीडिया ने सवाल किया तो अपने बचाव में कहा कि कचरा एसईसीएल ने यहां डंप किया है। कुछ निगम के कर्मचारियों ने लापरवाही की है । किसी अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दिया हैं प्लास्टिक कटिंग के लिए रखा गया था ।
बता दें कि यह नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश की अवहेलना है। वन भूमि को कचरे से पाट दिया गया है और उस भाग में पेड़-पौधे उग नही पाते। कचरे से छोटे बडे़ झाड़ नष्ट हो जाते है साथ प्लास्टिक कचरे से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है।