स्टार एथलीट Sanjna Singh ने 4वें South Asian Senior Athletics Championships में महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। अपनी बेहतरीन दौड़ के लिए उन्होंने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (Personal Best) समय दर्ज किया, जिससे उनके प्रदर्शन की महत्ता और बढ़ गई है। Sanjna Singh ने कहा, “मैंने अपनी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और इसके लिए बहुत खुश हूँ। यह मेरी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। मेरी टीम और कोच के सहयोग के बिना यह संभव नहीं था।” उन्होंने आगे कहा कि यह जीत उन्हें आगामी अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए और प्रेरित करेगी।
प्रतियोगिता में Sanjna Singh ने अपनी तेज़ गति और रणनीति के माध्यम से अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ते हुए निर्णायक बढ़त बनाई। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने भारत के लिए स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया और राष्ट्रीय गर्व को बढ़ाया। इस जीत के साथ उन्होंने दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स में अपनी छवि को और मजबूत किया है। खेल विशेषज्ञों का कहना है कि Sanjna Singh का यह प्रदर्शन युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने दिखाया कि निरंतर प्रशिक्षण, धैर्य और अनुशासन के साथ कोई भी एथलीट अपनी सीमाओं को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खेल में भारत लगातार मजबूत स्थिति में है और इस तरह के प्रदर्शन से देश की खेल क्षमता और वैश्विक मान्यता बढ़ती है।
Sanjna Singh ने यह भी बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेना और स्वर्ण जीतना उनके लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने अपने परिवार, कोच और टीम के सदस्यों को धन्यवाद दिया जिन्होंने कठिन प्रशिक्षण सत्रों और मानसिक तैयारी में उनका पूरा समर्थन किया। रांची में आयोजित इस प्रतियोगिता में देश और दक्षिण एशियाई क्षेत्र के कई शीर्ष एथलीट शामिल हुए। Sanjna Singh की जीत ने भारत को पदक तालिका में मजबूत स्थिति दिलाई और भारतीय एथलेटिक्स की ताकत को उजागर किया।
कुल मिलाकर, Sanjna Singh का महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में स्वर्ण जीतना न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय एथलेटिक्स और महिला खेलों के लिए भी गर्व का क्षण है। उनका यह प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करता है और दर्शाता है कि मेहनत, समर्पण और सही प्रशिक्षण से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

