ज्योतिष शास्त्र में मार्गशीर्ष माह का बड़ा महत्व माना जाता है।ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष माह में ही माता लक्ष्मी के बड़े भाई के रूप में शंख का प्रागट्य हुआ था। ऐसे में इस माह में अगर शंख से जुड़े कुछ उपाय किये जाएं तो वह बहुत सिद्धकर साबित हो सकते हैं। अगर मोती शंख से जुड़े उपाय बताये हैं जिन्हें आजमाने से आप माता लक्ष्मी की कृपा के साथ-साथ अन्य लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
मार्गशीर्ष माह में मोती शंख के क्या उपाय करें?
मार्गशीर्ष माह में मोती शंख घर लेकर आएं। अगर गुरुवार या शुक्रवार के दिन लाते हैं तो यह और भी उत्तम ही क्योंकि गुरुवार का दिन जहां भगवान विष्णु को समार्पित है तो वहीं, दूसरी ओर शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है।मोती शंख को घर लाकर उसे गंगाजल और दूध में भिगोकर रखें। फिर शाम के समय संध्या आरती करने के बाद माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए मोती शंख में अक्षत भरें और उसे घर के मंदिर में स्थापित लाल कपड़े पर स्थापित करें।अगर आपके पास अक्षत यानी कि साबुत चावल नहीं है तो आप उसके बदले हल्दी की गांठ पर कलावा लपेटकर उसे मोती शंख में रख सकते हैं और फिर उस शंख को मंदिर में स्थापित कर सकते हैं। इससे घर की आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार होगा। कर्ज, अधिक खर्च, अटका या डूबा हुआ धन, पैसों की तंगी, दरिद्रता आदि आर्थिक समस्याओं से आपको छुटकारा मिलना शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे आप खुद अनुभव करेंगे कि आपके धन में वृद्धि हो रही है और आपको धन लाभ के योग बन रहे हैं।
इसके अलावा, एक उपाय और है मोती शंख से जुड़ा जो आप कर सकते हैं। मार्गशीर्ष माह के समापन से पहले एक लाल कपड़े में लपेटकर मोती शंख किसी मंदिर में दान करें। ऐसा करने से आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा और सकारात्मकता बढ़ेगी।अगर आपके घर के आसपास किसी पवित्र नदी का प्रवाह है तो आप लाल कपड़े में लपेटकर मोती शंख को जल में प्रवाहित करते हुए अपनी मनोकामना भी मांग कर भगवान विष्णु के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं। इस उपाय को करने से संकट दूर होते हैं।