भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 टेस्ट मैचों की बॉर्डर- गवास्कर ट्राफी की 5वां और आखिरी मुकाबला 3 जनवरी(शुक्रवार) से सिडनी(Sydney) के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड(Sydney Cricket Ground) में खेला गया. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट में ऋषभ पंत ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. तीसरी पारी में भारत ने 141/6 का स्कोर बनाया, जिससे उनकी कुल बढ़त 145 रन की हो गई. जहां एक ओर भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के सामने पस्त नजर आए, वहीं ऋषभ पंत ने अपने चिरपरिचित अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने 33 गेंदों में 61 रनों की पारी खेली और मैदान के चारों ओर चौके-छक्के लगाकर गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं.
ऋषभ पंत ने अपनी इस पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया में एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने 4 छक्के लगाकर टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया में 15 छक्कों का आंकड़ा छू लिया. वह ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले विदेशी बल्लेबाज बन गए हैं. इस सूची में उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज सर विव रिचर्ड्स और क्रिस गेल को पीछे छोड़ दिया है.
ऑस्ट्रेलिया में विदेशी खिलाड़ियों द्वारा सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी:
ऋषभ पंत (भारत)- 15
विव रिचर्ड्स (वेस्टइंडीज)- 12
क्रिस गेल (वेस्टइंडीज)- 12
स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड)- 11
क्लाइव लॉयड (वेस्टइंडीज)- 10 –
रोहित शर्मा (भारत)- 10
सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक:
ऋषभ पंत ने इस पारी में 29 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया. यह दूसरा मौका है जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 30 गेंदों से कम में अर्धशतक लगाया है. इससे पहले उन्होंने 2022 में श्रीलंका के खिलाफ 28 गेंदों में अर्धशतक लगाया था. इस उपलब्धि के साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में दो बार 30 गेंदों से कम में अर्धशतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. यह भी पढ़ें: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में किसने गेंद से मचाया कोहराम, देखें टॉप विकेट-टेकर्स का लिस्ट
भारतीय बल्लेबाजों द्वारा सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक:
ऋषभ पंत – 28 गेंदें बनाम श्रीलंका, 2022
ऋषभ पंत – 29 गेंदें बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2025
कपिल देव – 30 गेंदें बनाम पाकिस्तान, 1982
शार्दुल ठाकुर – 31 गेंदें बनाम इंग्लैंड, 2021
यशस्वी जायसवाल – 31 गेंदें बनाम बांग्लादेश, 2024
ऋषभ पंत की इस पारी ने न केवल भारतीय टीम की स्थिति मजबूत की बल्कि क्रिकेट प्रशंसकों को भी रोमांचित कर दिया. उनका यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक यादगार पल बन गया है.