BCCI New President Rajiv Shukla: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है, क्योंकि बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में रोजर बिन्नी(Roger Binny) का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. संगठन के प्रोटोकॉल के अनुसार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया है और अब वे नए चुनाव होने तक बोर्ड की कमान संभालेंगे. यह फैसला इस हफ्ते हुई बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता खुद शुक्ला ने की. यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब बीसीसीआई के सामने कई बड़ी चुनौतियां आ खड़ी हुई हैं. सबसे अहम मुद्दा Dream11 के साथ चली आ रही प्रिंसिपल स्पॉन्सरशिप डील का अचानक टर्मिनेशन था.
अगले महीने 10 सितंबर से शुरू हो रहे एशिया कप से पहले भारतीय टीम की जर्सी के लिए नए स्पॉन्सर को ढूंढना बोर्ड के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है. बीसीसीआई अब समय की दौड़ में है, ताकि टूर्नामेंट से पहले नए व्यावसायिक साझेदार अंतिम रूप से तय किए जा सकें.
संविधानिक प्रक्रिया व नई खेल नीति का असर
राजीव शुक्ला की ताजपोशी अप्रत्याशित नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट द्वारा लागू की गई लोढ़ा समिति की सिफारिशों के तहत तैयार किए गए बीसीसीआई संविधान में यह स्पष्ट उल्लेखित है कि किसी भी शीर्ष पद के खाली होते ही वरिष्ठतम उपाध्यक्ष को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा. इसी प्रकार सचिव के अभाव में संयुक्त सचिव को जिम्मेदारी दी जाती है, जिससे संचालन में निरंतरता बनी रहती है. बोर्ड की वार्षिक आम सभा और चुनाव अगले कुछ महीनों में होने वाले हैं.
इस बदलाव के साथ ही संसद में हाल ही में पारित नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल पर भी सबकी नजरें है, जो जल्द ही अधिसूचित होगा. इस बिल के अनुसार, खेल संगठनों के शीर्ष अधिकारियों की अधिकतम आयु सीमा को 70 से बढ़ाकर 75 साल किया गया है. ऐसे में 70 वर्ष पूरे कर चुके रोजर बिन्नी भविष्य में भी चुनावी दौड़ में बने रहेंगे.
नया कानून खेल महासंघों में समावेशी और पारदर्शी प्रशासन लाने की कोशिश करेगा. सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों में महिलाओं और पूर्व खिलाड़ियों को भी शामिल करने की बाध्यता होगी, जिससे निर्णय प्रक्रिया में विविधता और जिम्मेदारी बढ़ेगी. रोजर बिन्नी 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे हैं, उन्होंने सौरव गांगुली के बाद बोर्ड की कमान संभाली थी. उनके इस्तीफे के साथ ही बीसीसीआई में नेतृत्व बदलाव की नई पटकथा लिखी जा रही है.
राजीव शुक्ला अब कार्यवाहक अध्यक्ष हैं, जब तक आगामी चुनाव नहीं हो जाते. भारतीय क्रिकेट बोर्ड में यह संक्रमण काल बीसीसीआई के लिए नीतिगत चुनौतियों, प्रशासकीय मजबूती और खेल के व्यावसायिक पक्ष में नए परिवर्तन का संकेत देता है, जिसकी दिशा आगामी महीनों में स्पष्ट होगी.

