Bhilwara, भीलवाड़ा। सोशियल वेल्फेयर सोसायटी द्वारा राजस्थान पेशनर समाज, भीलवाडा के सहयोग से नशामुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता सेमिनार पेशनरस भवन मे आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. प्रियंक जैन, नयूरोसाइकेट्रिस्ट, नशा रोग विशेषज्ञ, आरवीआरएस मेडिकल कोलेज, महात्मा गांधी अस्पताल भीलवाडा ने अपने उद्बोधन मे प्रजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित सहभागियो को बताया कि नशा क्या है, नशे की भयावहता क्या है, नशे के कारण शरीर पर, परिवार, समाज और देश पर होने वाले दुष्प्रभाव, नशे के रोगी मे लक्षण, नशे के रोग का उपचार, रोगी का पुनर्वास और इस रोग के रोकथाम मे परिवार और समाज की भूमिका के बारे मे बताया। उन्होने बताया कि नशे के कारण व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो जाता है, आर्थिक स्थिती बिगड जाती है, परिवार मे अशांति पैदा होती और नशे का रोगी जुर्म की दुनिया की ओर बढ जाता है। युवाओ को नशे (तम्बाकु, सिगरेट-शराब, भांग, गांजा, चरस, स्मेक) से बचने के लिए उनकी शक्ति ज्ञान प्राप्त करने, अच्छा खानपान, नियमित दिनचर्या, व्यायाम मे लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि सुखी और स्वस्थ जीवन जीते हुए राष्ट्र निर्माण मे योगदान कर सके। मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता एवं को चेयरमैन बार काउंसिल ऑफ इंडिया सुरेश चंद श्रीमाली ने बताया कि नशे के व्यापार के विरूद्ध बहुत सख्त कानून है इसके तहत नशा बेचने वाले, तस्करी करने वाले को 10 से 20 साल की सजा और 10 से 20 लाख तक के जुर्माने का प्रावधान है। नशे से युवा पीढी को बचाने के लिए एवं नशा मुक्त भारत बनाने के लिए समाज को जागरूक होकर सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।

