
चमोली : नंदानगर क्षेत्र में हुई तेज़ बारिश और अतिवृष्टि ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है। बारिश के कारण न केवल घरों में पानी भर गया, बल्कि एक गौशाला भी ध्वस्त हो गई। कई कच्चे घरों और भवनों में दीवारें ढह गईं और छतें गिर गईं, जिसके कारण स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने पर मजबूर हो गए।
स्थानीय प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है और 11 भवनों को खतरे के क्षेत्र में घोषित किया है। इसके अलावा, गौशाला के ध्वस्त होने से दर्जनों मवेशियों के घायल होने की खबरें भी आ रही हैं। हालांकि, तस्वीरें और वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। नंदानगर के महापौर ने स्थिति का जायज़ा लिया और कहा कि वह इस संकट के दौरान प्रभावित लोगों के लिए तत्काल राहत मुहैया कराएंगे। प्रशासन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी आपातकालीन सुविधाएं शुरू कर दी हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदी के पानी का स्तर बढ़ गया था, जिससे इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कई घरों में पानी घुसने से लोगों का सामान भी बह गया।स्थानीय पुलिस विभाग और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अब तक कुल 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
स्थानीय निवासी अशोक यादव ने बताया, “यह पहली बार है जब इतनी तेज बारिश हुई है, और इसका असर हमारे घरों और संपत्ति पर पड़ा है। हम सभी काफी डर गए थे और जैसे-तैसे बाहर निकले।” हालांकि मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी बिगड़ सकती है। प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने और ज़रूरी सामान साथ लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

