
Shimla. शिमला। शिमला में NHAI के अधिकारी के साथ हुई मारपीट मामले को लेकर केंद्रीय नितिन गडकरी ने नाराजगी जताई है। इस मामले को लेकर गडकरी ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर तत्काल न्यायपूर्ण कार्रवाई करने का आग्रह किया है। गडकरी ने कहा कि इस मामले में जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए और बिना देरी के न्याय मिलना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने इसकी जानकारी ‘X’ पर पोस्ट के जरिए दी है। गडकरी ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और उनके सहयोगियों द्वारा NHAI PIU शिमला के प्रबंधक अचल जिंदल पर किया गया जघन्य
हमला
अत्यंत निंदनीय है और कानून के शासन का अपमान है। अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन कर रहे एक लोक सेवक पर इस तरह का क्रूर हमला न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि संस्थागत अखंडता को भी नष्ट करता है। मैंने मामले का गंभीरता से संज्ञान लिया है और मुख्यमंत्री @SukhuSukhvinder जी से बात की है, और सभी अपराधियों के खिलाफ तत्काल और अनुकरणीय कार्रवाई करने का आग्रह किया है। जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए और बिना देरी के न्याय मिलना चाहिए।’
बता दें कि शिमला के भट्टाकुफर में जहां पर पांच मंजिला भवन गिरा उसके साथ घरों में एनएचएआई के इंजीनियर अचल जिंदल मौके का जायजा लेने पहुंचे थे। इससे पहले पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह और शिमला ग्रामीण के एसडीएम एवं पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान एनएचएआई के इंजीनियर भी मौके पर पहुंचे थे। इसी बीच एनएचएआई के इंजीनियर से कुछ लोगों ने एनएचएआई के इंजीनियरों पर थप्पड़-मुक्के बरसाए। इसी बीच लोगों की भीड़ में किसी व्यक्ति ने एक इंजीनियर के सिर पर घड़ा दे मारा, जिससे इंजीनियर बुरी तरह से लहूलुहान हो गया। अब इस मामले ने घायल इंजिनियर की शिकायत पर पुलिस थाना ढली में पंचायती राज मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अचल जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा, “मंत्री हमें पास के कमरे में ले गए और पानी रखने वाले एक बर्तन से मेरी पिटाई की, जिससे मेरे सिर में चोट लगी। जब योगेश ने बीच-बचाव किया, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। एसडीएम और पुलिस कर्मी की मौजूदगी के बावजूद किसी ने मेरी मदद नहीं की।” शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने प्राथमिकी दर्ज होने की पुष्टि की है।

