बलौदाबाजार। मुंबई स्थित अपने मकान को किराये पर देने के लिए ऑनलाइन विज्ञापन देना एक महिला को भारी पड़ गया। वडोदरा (गुजरात) में रह रही बलौदाबाजार निवासी श्रद्धा चतुर्वेदी के साथ साइबर ठगों ने घर देखने और बुकिंग के नाम पर ₹2,21,980/- की ठगी कर ली। पीड़िता की शिकायत पर सिटी कोतवाली बलौदाबाजार पुलिस ने धारा 318(4) BNS एवं 66(D) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऑनलाइन विज्ञापन से शुरू हुई ठगी की पटकथा
श्रद्धा चतुर्वेदी ने बलौदाबाजार जिले के रिसदा रोड आर.के.जी. स्कूल के पास स्थित अपने स्थायी निवास की जानकारी देते हुए बताया कि वे वर्तमान में अपने पति अवधेश चतुर्वेदी की वडोदरा, गुजरात में नौकरी होने के कारण वहीं निवासरत हैं। मुंबई में उनके स्वामित्व वाला एक फ्लैट खाली था, जिसे किराये पर देने के लिए उन्होंने प्रसिद्ध प्रॉपर्टी वेबसाइट 99acres.com पर ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट किया था।
फर्जी किरायेदार बना ‘दीपक पवार’ नामक शातिर ठग
पीड़िता के अनुसार, 19 जुलाई 2025 को दीपक पवार नामक व्यक्ति ने दिल्ली का पता बताकर उनसे संपर्क किया और फ्लैट किराये पर लेने की इच्छा जताई। फिर 25 जुलाई को दोपहर 11:48 से 2:48 के बीच उसने दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से (**********, **********) संपर्क कर उन्हें भरोसे में लेकर ठगी की योजना को अंजाम दिया।
गूगल पे के जरिए सात बार में ट्रांसफर कराए पैसे
ठग ने किराये और अग्रिम भुगतान के नाम पर गूगल पे के माध्यम से महिला से सात बार में कुल ₹2,21,980 की राशि ट्रांसफर करवाई।
इसमें:
₹50,000 यूनियन बैंक खाता क्रमांक 52010********** से,
₹1,12,990 HDFC बैंक खाता क्रमांक 5010********** से,
तथा ₹58,990 पीड़िता की मां आरती दुबे के SBI खाता क्रमांक 4********** से ट्रांसफर किए गए।
धोखाधड़ी के दौरान आरोपी ने यह भी दावा किया कि जो राशि ट्रांसफर कराई जा रही है वह “बुकिंग प्रोसेस” का हिस्सा है और पूरी रकम उन्हें जल्द ही वापस कर दी जाएगी।
मोबाइल नंबर अब स्विच ऑफ, FIR दर्ज
जब काफी समय तक पैसा वापस नहीं आया और आरोपी से संपर्क टूट गया, तो महिला ने वडोदरा से अपने गृह जिले बलौदाबाजार में ऑनलाइन माध्यम से सिटी कोतवाली थाना प्रभारी को शिकायती आवेदन भेजा। मामले की गंभीरता को देखते हुए बलौदाबाजार पुलिस ने धारा 318(4) BNS और 66(D) आईटी एक्ट के तहत साइबर धोखाधड़ी का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
बैंक ट्रांजेक्शन की प्रतियां संलग्न, जांच जारी
पीड़िता ने अपने आवेदन के साथ तीनों खातों से किए गए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की छायाप्रतियां भी पुलिस को सौंपी हैं। पुलिस ने मोबाइल नंबरों की जानकारी के आधार पर साइबर शाखा से संपर्क कर आरोपी की लोकेशन और पहचान सुनिश्चित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
साइबर सेल अलर्ट: किराये, OLX या ऑनलाइन लिस्टिंग में बरतें सावधानी
इस घटना के बाद पुलिस ने आम नागरिकों को चेताया है कि किराये या खरीद-बिक्री संबंधी ऑनलाइन पोर्टल्स पर अपनी जानकारी देते समय पूरी सतर्कता बरतें। किसी भी अनजान व्यक्ति से एडवांस पेमेंट लेने या भेजने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि जरूर करें।
पुलिस का बयान
कोतवाली पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर प्राथमिक जांच शुरू की जा चुकी है। मोबाइल नंबर की ट्रेसिंग और बैंक अकाउंट डिटेल्स की तकनीकी जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा।

