कुशीनगर। रामकोला थाना क्षेत्र में हिंदू समुदाय की नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले एक सक्रिय संगठित गिरोह का खुलासा पुलिस ने किया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। गिरोह के सदस्य नकली दस्तावेजों के जरिए लड़कियों की पहचान बदल कर उन्हें अपने साथ भगाते थे। 19 जुलाई को टेकुआटार टोला खैरटवा निवासी प्रेम मद्धेशिया ने रामकोला थाने में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी 15 वर्षीय नाबालिग पुत्री को 11 जुलाई को गांव के ही अरमान अली अपने साथी हमदम अंसारी की मदद से शादी का झांसा देकर भगा ले गया। इस पर थाना रामकोला में तत्काल मुकदमा संख्या 315/25 दर्ज किया गया।
इससे पहले भी रामचरित प्रसाद की दो बेटियां और उनकी एक सहेली के अपहरण का मामला (मुकदमा संख्या 250/2025) दर्ज किया गया था। तीनों लड़कियों को मुंबई (महाराष्ट्र) से बरामद किया गया था। उसी घटना से जुड़ी प्रेम मद्धेशिया की पुत्री को एक बार फिर बहला-फुसला कर भगाया गया। पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि रामकोला क्षेत्र में एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो मुस्लिम समुदाय के युवकों के जरिए नाबालिग हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन और दुष्कर्म कराता है।
इस मामले में अरमान अली, पुत्र अरबुद्दीन अली, निवासी टेकुआटार पकड़ी पुरवा, रामकोला (उम्र 23 वर्ष),अरबाज, पुत्र समीउल्लाह, निवासी टेकुआटार पकड़ी टोला, रामकोला (उम्र लगभग 20 वर्ष),इकरामुल हक, पुत्र मैनुद्दीन, निवासी बेलवा रामजश, थाना कसया (उम्र लगभग 28 वर्ष), जैरुननिशा, पत्नी जैनुद्दीन अंसारी, निवासी रामबर बुजुर्ग, रामकोला (उम्र लगभग 42 वर्ष) हैं। आरोपियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने कबूल किया कि वे एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो “लव जिहाद” के तहत हिंदू नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसला कर उनका धर्म परिवर्तन करवाते थे और बाद में दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध को अंजाम देते थे। आरोपियों के पास से 3 आधार कार्ड, पीड़िता के बदले हुए धर्म वाले,7 फर्जी सिम कार्ड,एक मारुति अर्टिगा कार,3 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद हुआ है।

