
नई दिल्ली: दिल्ली में�पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 205.26 मीटर पर पहुंच गया, जो डेंजर स्तर यानी 205.33 मीटर से कुछ ही नीचे है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह पुल नदी के जलस्तर और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखने के लिए एक महत्वपूर्ण निरीक्षण स्थल है।
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जलस्तर में वृद्धि जारी रहने के पूर्वानुमान के तहत सभी संबंधित एजेंसियों को संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है।�
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे लगभग 47,024 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि वजीराबाद बैराज से हर घंटे 35,130 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
दिल्ली में पानी के 204.50 मीटर स्तर पर पहुंच जाना चेतावनी के रूप में चिन्हित किया जाता है और खतरे का निशान 205.33 मीटर हैं, जबकि 206 मीटर जलस्तर दर्ज किए जाने पर इलाके को एहतियातन खाली कराया जाता है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगता है।

