बीकानेर। जिले के पूगल थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां पानी की डिग्गी में गिरने से 19 वर्षीय युवती की मौत हो गई। यह घटना चक 8 डीडी गांव के एक खेत की है, जहां मृतका वसुंधरा पुत्री सुगनाराम खेत में पानी की मोटर (बूस्टर) चालू करने गई थी। रात के अंधेरे में अचानक संतुलन बिगड़ने से उसका पैर फिसला और वह डिग्गी में गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
मामले की जानकारी देते हुए पूगल थाना पुलिस ने बताया कि इस संबंध में मृतका के भाई कालूराम द्वारा मर्ग (अकस्मात मृत्यु) रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि मंगलवार की रात वसुंधरा खेत में लगे पानी के बूस्टर को चालू करने के लिए डिग्गी के पास गई थी। उसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह सीधे गहरे पानी में जा गिरी। खेत पर कोई अन्य मौजूद नहीं होने के कारण समय पर मदद नहीं मिल सकी और वसुंधरा की पानी में डूबने से मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों में शोक की लहर फैल गई। परिवार वालों ने तुरंत वसुंधरा को बाहर निकाला और स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया और आवश्यक कानूनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह दुर्घटनावश मृत्यु का मामला प्रतीत होता है, हालांकि पूरी घटना की जांच जारी है। मृतका की उम्र महज 19 वर्ष थी और वह परिवार की सबसे छोटी संतान थी।
ग्रामीणों ने बताया कि वसुंधरा बेहद सरल स्वभाव की लड़की थी और खेत के कामों में भी अपने पिता व भाई की मदद करती थी। यह हादसा ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में खुले और असुरक्षित पानी के स्रोतों की खतरनाक स्थिति को भी उजागर करता है। अक्सर ऐसी डिग्गियां बिना किसी रेलिंग या सुरक्षा उपायों के बनी होती हैं, जो विशेषकर रात के समय खतरे का कारण बनती हैं। विशेषज्ञों और ग्रामीणों ने इस बात पर चिंता जताई है कि अगर समय रहते खेतों में पानी की टंकियों और डिग्गियों के आसपास पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाएं, तो इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है।
फिलहाल पुलिस द्वारा मर्ग रिपोर्ट दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है। वसुंधरा की असामयिक मौत से उसके परिवार में मातम पसरा हुआ है और पूरे गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि खेतों में सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाएं न हों।

