इसके बाद उसने सामाजिक रीति-रिवाज से दूसरी शादी की थी। दूसरी पत्नी से उसकी एक बेटी है, जबकि पहली पत्नी से एक पुत्र है, जो पिता के साथ ही रहता था। करीब डेढ़ साल से पति-पत्नी के बीच मतभेद चल रहे थे। बताया गया कि महिला का किसी अन्य व्यक्ति से मेलजोल बढ़ गया था। इस बात की जानकारी जब परिवार और ग्रामीणों को हुई तो एक माह पहले दोनों को बुलाकर महिला को समझाइश दी गई थी।
बावजूद इसके स्थिति नहीं सुधरी और दोनों के बीच आए दिन विवाद होते रहे। घटना के दिन 30 अक्टूबर की रात फिर से दोनों के बीच इसी मुद्दे को लेकर झगड़ा हुआ। विवाद बढ़ने पर पत्नी घर से चली गई और वापस नहीं लौटी। अगले दिन सुबह से ही कृष्णा दास उसकी खोज में निकला, लेकिन कोई पता नहीं चला। देर रात जब वह घर लौटा तो बेहद निराश था। रात करीब 11 बजे वह शराब के नशे में घर लौटा और बेटे से बोला,अब जीने का मन नहीं है, मैंने जहर पी लिया है। इतना कहने के बाद वह घर के आंगन में गिर पड़ा। घबराए स्वजन ने उसे तत्काल मिशन अस्पताल अंबिकापुर पहुंचाया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन हालत बिगड़ती चली गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

