मिर्जापुर जिले में मां विंध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय के छात्रों के ऊपर कुलपति द्वारा गाड़ी चढ़ाने का मामला सामने आया है। छात्रों का आरोप है कि वे सीट वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, तभी कुलपति ने गाड़ी से उन्हें टक्कर मार दी। इस घटना में दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। मौके पर जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया और डीएम व एसपी से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से छात्रों से संवाद कराया। छात्रों को आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया। बाद में विश्वविद्यालय के अधीन केबीपी कॉलेज और जीडी बिनानी कॉलेज के छात्रों के लिए सीट वृद्धि के साथ एडमिशन लेने की घोषणा की गई।
छात्र 51 घंटे से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे। उनका मुख्य उद्देश्य सीट वृद्धि की मांग को प्रशासन और विश्वविद्यालय तक पहुंचाना था। डीएम और एसपी से बातचीत सफल न होने के कारण छात्र विश्वविद्यालय कैंप कार्यालय का घेराव करने के लिए कुलपति कार्यालय तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे। छात्रों के संघर्ष और धरने के बाद कॉलेज प्रशासन ने उनकी मांग को स्वीकार किया और सीट वृद्धि की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी। इससे छात्रों को राहत मिली और प्रशासन ने भविष्य में इस प्रकार के विवादों से बचने के लिए विशेष ध्यान रखने का आश्वासन दिया।
इस घटना ने विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैये पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों और अभिभावकों ने कुलपति की अमानवीय कार्रवाई की निंदा की है और कहा कि शिक्षा संस्थानों में इस प्रकार की हिंसा अस्वीकार्य है। पुलिस ने मौके पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की और घायल छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की। विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन ने मिलकर भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम और छात्रों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना ने छात्रों में अपने अधिकारों के लिए संगठित होने की भावना को मजबूत किया है।

