Hriyana हरियाणा: स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट (alfalahuniversity.edu.in) को सोमवार को साइबर हैकर्स ने निशाना बनाया। इस घटना की जिम्मेदारी ‘इंडियन साइबर एलायंस’ नामक ग्रुप ने ली है। हैकर्स ने वेबसाइट के लैंडिंग पेज पर संदेश छोड़ा, जिसमें भारत में “कट्टरपंथी इस्लामिक यूनिवर्सिटीज” को अस्वीकार्य बताया गया। हैकर्स ने चेतावनी दी कि भारत में रहना चाहते हैं तो शांति से रहें और “जिहाद करना है तो पाकिस्तान चले जाइए। हम आपकी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।” हैकिंग के दौरान एक अनधिकृत PHP पेज /0xf.php अपलोड किया गया, जिसमें हैकिंग का दावा और संदेश दर्शाया गया। डार्क वेब और डीप वेब मॉनिटरिंग चैनलों पर इस पेज के स्क्रीनशॉट भी सामने आए, जिसमें ग्रुप का नाम और चेतावनी संदेश साफ दिखाई दे रहे थे।
साइबर सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, किसी भी संवेदनशील डेटा जैसे छात्र रिकॉर्ड, फैकल्टी डिटेल या प्रशासनिक फाइल्स के लीक होने की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई। शुरुआती जांच में यह एक Defacement Attack प्रतीत होता है, जिसमें केवल वेबसाइट का विजुअल इंटरफेस बदला गया है। उल्लेखनीय है कि यूनिवर्सिटी का एमबीबीएस कोर्स 2019 से चल रहा है और यहां के लगभग 40% डॉक्टर्स कश्मीर से हैं। यूनिवर्सिटी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दिल्ली धमाके से जुड़े मामलों में 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें ज्यादातर जूनियर डॉक्टर्स शामिल हैं। सीनियर डॉक्टर्स डॉ. शाहीन, डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल इस मामले से जुड़े हैं।
फरीदाबाद पुलिस साइबर सेल ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वेबसाइट को अस्थायी रूप से ऑफलाइन कर सुरक्षा बहाल करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की मदद लेना शुरू कर दिया है। इस साइबर अटैक ने देशभर में शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा को लेकर चेतावनी बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे Defacement Attacks संस्थानों की छवि को प्रभावित करते हैं, भले ही डेटा लीक न हुआ हो।

