BBN. बीबीएन। औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में आफत की इस बरसात ने एक बार फिर लोगों की नींद उड़ा दी है। लगातार मूसलाधार बारिश ने अलयोंन गांव को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। गांव के पीछे की पहाड़ी दरकने से भारी मलबा घरों पर आ गिरा, जिससे कई मकान खतरे की जद में आ गए। हालात बिगड़ते देख ग्रामीणों को दहशत में घर खाली करने पड़े और कई परिवारों ने पड़ोसियों के घरों में शरण ली। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए करीब छह परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया है। कई घरों की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं, जिससे ग्रामीणों को अब अपने आशियानों के उजडऩे का डर सता रहा है। तहसीलदार रामशहर ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम जल्द ही मौके का निरीक्षण करेगी और नुकसान का आकलन तैयार करेगी। फिलहाल प्रभावित परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के हर मौसम में यही हालात पैदा हो जाते हैं, लेकिन प्रशासन केवल अस्थायी इंतजामों तक सीमित रह
जाता है।
स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि पहाडिय़ों पर रिटेनिंग वॉल का निर्माण, नालियों की सफाई और सडक़ किनारे ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत किया जाए, ताकि हर साल तबाही का सिलसिला न दोहराया जाए। बरसात का असर बुनियादी सुविधाओं पर भी पड़ा है। जलशक्ति विभाग की दो पेयजल योजनाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई हैं। राजवंती मलेहनी स्थित पंप हाउस में पानी और गाद भर जाने से आपूर्ति रुक गई हैए वहीं दूसरी योजना की सप्लाई लाइन बह गई है। इससे दर्जनों गांवों में पेयजल संकट खड़ा हो गया है। लगातार भू.स्खलन और जमीन धंसने से इलाके का संपर्क तंत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कुल छह सडक़ें पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं । जिनमें कुम्हारहट्टी-मितिया, बगलेहड़-मलेहनी, गोलजमाला-ृगुज्जरहट्टी, धरमाणा-रामशहर, चमदार मार्ग, पल्ली-वैद्य के जोड़ मार्ग प्रभावित हुआ है। लोक निर्माण विभाग की टीमें लगातार मशीनरी के साथ इन मार्गों को बहाल करने में जुटी हुई हैं, लेकिन लगातार बारिश से काम में रुकावटें आ रही हैं।

