Baddi. बद्दी। औद्योगिक क्षेत्र की जीवनरेखा कहे जाने वाले पिंजौर-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर आखिरकार मौसम साफ होते ही मरम्मत कार्य शुरू हो गया है। निर्माणाधीन फोरलेन पर घंटों लंबा जाम अब आम बात हो चुका है और बरसात के दौरान गड्ढों में पानी भर जाने से हादसों का खतरा और भी बढ़ गया था। एनएचएआई पहले ही फोरलेन निर्माता कंपनी का टेंडर रद्द कर नई प्रक्रिया शुरू कर चुकी है, लेकिन इसे धरातल पर उतरने में अभी महीनों लग सकते हैं। इस बीच भारी ट्रैफिक से जूझ रहे इस मार्ग को बचाने के लिए फिलहाल अस्थायी मरम्मत पर ही निर्भर रहना
पड़ रहा है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार हाईवे की मरम्मत के लिए पांच करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल चुकी है और इसके लिए नया टेंडर जारी कर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। स्थानीय लोगों और उद्योगपतियों का कहना है कि करोड़ों रुपए का राजस्व देने वाले इस औद्योगिक क्षेत्र की मुख्य सडक़ का यह हाल बेहद चिंताजनक है। उन्होंने अस्थायी पैचवर्क को तेज़ करने की मांग उठाई है। सडक़ की बदहाली पर श्रीराम सेना की अगुवाई में धरना भी दिया जा चुका है, जबकि नालागढ़ उद्योग संघ ने भी सरकार को अल्टीमेटम दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एनएचएआई के साइट इंजीनियर दिनेश पुनिया ने बताया कि सडक़ की मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है और प्राथमिकता के आधार पर गड्ढों को भरने का प्रयास किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द यात्रियों को राहत मिल सके।