Thiruvananthapuram Corporation Elections: नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम। केरल निकाय चुनाव में तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में शनिवार को आए चुनाव नतीजों में 30 सालों से काबिज वाम दल मोर्चा(LDF) का किला ढह गया है। बीजेपी और एनडीए ने इस बार तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में शानदार जीत दर्ज की है। इस जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की राजनीतिक के लिए ऐतिहासिक पल बताते हुए कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट पर Thank you Thiruvananthapuram! टैग लाइन के साथ बधाई दी है।
Thiruvananthapuram Corporation Elections: मोदी ने अपने पहले पोस्ट में लिखा, तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में बीजेपी-एनडीए को जो जनादेश मिला है, वह केरल की राजनीति में एक ऐतिहासिक पल है। लोगों को यकीन है कि राज्य के विकास की आकांक्षाओं को सिर्फ हमारी पार्टी ही पूरा कर सकती है। हमारी पार्टी इस जीवंत शहर के विकास के लिए काम करेगी और लोगों के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बेहतर बनाएगी। पीएम मोदी के इस पोस्ट के बाद से बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश में भरे हुए हैं। बता दें तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन चुनाव बीजेपी पीएम मोदी के नाम पर ही लड़ा गया था।
Thank you Thiruvananthapuram!
The mandate the BJP-NDA got in the Thiruvananthapuram Corporation is a watershed moment in Kerala’s politics.
The people are certain that the development aspirations of the state can only be addressed by our Party.
Our Party will work towards…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2025
Thiruvananthapuram Corporation Elections: कार्यकर्ता हमारी ताकत: पीएम मोदी, संघर्षों को याद करने का दिन*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे एक्स पोस्ट में लिखा, मैं उन सभी मेहनती बीजेपी कार्यकर्ताओं का आभारी हूं जिन्होंने लोगों के बीच काम किया, जिससे तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में शानदार नतीजा मिला। आज का दिन केरल में कई दशकों से काम करने वाले कार्यकर्ताओं के काम और संघर्षों को याद करने का दिन है, जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया, जिससे आज का नतीजा सच हो पाया। हमारे कार्यकर्ता हमारी ताकत हैं और हमें उन पर गर्व है।
Thiruvananthapuram Corporation Elections: 30 सालों से एलडीएफ का राज समाप्त*
बता दें कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम, जिस पर पिछले 30 सालों से एलडीएफ का शासन था, अब एनडीए के हाथों में आ गया है। भाजपा, जो पिछले दो कार्यकालों से विपक्षी दल थी, 2025 में सत्ता में आई है। जबकि, यूडीएफ तीसरे स्थान पर बना हुआ है। भाजपा ने नगर निगम में 50 सीटें जीतीं हैं। बहुमत के लिए 51 सीटों की आवश्यकता होती है। यदि भाजपा को किसी निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन मिल जाता है, तो वह सत्ता हासिल कर सकती है।

