वे लंबे समय से उम्रजनित स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और 23 जून को दिल का दौरा पड़ने के बाद से अस्पताल में भर्ती थे।
Former Kerala Chief Minister V.S. Achuthanandan: नई दिल्ली। केरल की राजनीति के पथप्रदर्शक और मार्क्सवादी विचारधारा के मजबूत स्तंभ वी.एस. अच्युतानंदन का सोमवार को 101 वर्ष की उम्र में त्रिवेंद्रम के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से उम्रजनित स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और 23 जून को दिल का दौरा पड़ने के बाद से अस्पताल में भर्ती थे।
वी.एस. अच्युतानंदन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे। उन्हें उनकी सादगी, सिद्धांतों के प्रति अडिगता और जनहित में निर्भीक फैसलों के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने आठ दशक लंबे राजनीतिक जीवन में 10 विधानसभा चुनाव लड़े, जिनमें से 7 में जीत हासिल की।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने एक ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता के रूप में की और ताड़ी निकालने वाले तथा खेतिहर मजदूरों के हक की लड़ाई से जनसमर्थन अर्जित किया। 1946 में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पुन्नपरा-वायलार विद्रोह में हिस्सा लेने के कारण उन्हें पांच वर्षों की सजा भी हुई। जेल से रिहा होने के बाद वे वर्षों तक भूमिगत रहे।
वी.एस. अच्युतानंदन का पूरा नाम वेलिक्ककथु शंकरन अच्युतानंदन था। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1923 को अलपुझा में हुआ था। वे 1985 से 2009 तक सीपीएम की सर्वोच्च इकाई पोलित ब्यूरो के सदस्य भी रहे और 15 वर्षों तक केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई। अपने प्रारंभिक जीवन में उन्होंने दर्जी की दुकान में काम कर पढ़ाई की लागत पूरी की।

