नासिक: सतपुर फायरिंग केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व पार्षद और आरपीआई (अठावले गुट) के जिला अध्यक्ष प्रकाश लोंढे और उनके बेटे दीपक लोंढे को गिरफ्तार किया है। दोनों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड (17 अक्टूबर तक) पर भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, इस फायरिंग मामले का मुख्य आरोपी भुशन लोंढे अभी भी फरार है। उसे पकड़ने के लिए चार विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
फायरिंग और वसूली विवाद से जुड़ा मामला
जांच में खुलासा हुआ है कि सतपुर फायरिंग की घटना वसूली और आपराधिक वर्चस्व के विवाद से जुड़ी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरोह के सदस्यों के बीच लंबे समय से वसूली के पैसों के बंटवारे को लेकर टकराव चल रहा था, जो हाल ही में हिंसक रूप ले लिया। घटना के बाद पुलिस ने 11 अक्टूबर (शनिवार) को प्रकाश लोंढे से जुड़े ‘धम्मतीर्थ’ नामक लायजन ऑफिस पर छापा मारा था। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस को कुछ अहम दस्तावेज और मोबाइल रिकॉर्ड मिले हैं, जिनकी जांच जारी है।
फरार आरोपी की तलाश तेज
मुख्य आरोपी भुशन लोंढे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने नासिक सहित पड़ोसी जिलों में कई ठिकानों पर छापे मारे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी अक्सर अपना ठिकाना बदल रहा है ताकि गिरफ्तारी से बच सके।
राजनीतिक हलकों में हलचल
प्रकाश लोंढे का नाम नासिक की स्थानीय राजनीति में जाना-पहचाना है। वे पहले पार्षद रह चुके हैं और वर्तमान में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले गुट) के जिला अध्यक्ष हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद पार्टी के स्थानीय नेताओं में हलचल मच गई है।
पुलिस का बयान
सतपुर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच में तेजी लाई गई है। “फायरिंग घटना आपराधिक गतिविधियों और धन के लेनदेन से जुड़ी है। सभी आरोपियों की भूमिका की बारीकी से जांच की जा रही है,” पुलिस ने कहा।
फिलहाल, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस प्रकरण के पीछे किसी राजनीतिक या अन्य आपराधिक गिरोह का हाथ है। आगामी दिनों में भुशन लोंढे की गिरफ्तारी के बाद मामले में और खुलासे होने की संभावना है।

