Cloud Seeding: नई दिल्ली: दिल्ली की जहरीली हवा साफ करने के लिए मंगलवार दोपहर करीब 12:15 बजे आईआईटी कानपुर से सेसना विमान ने उड़ान भरी। क्लाउड सीडिंग तकनीक से पहली बार राजधानी में कृत्रिम वर्षा का परीक्षण शुरू हुआ। सुबह से टीम तैयारियों में जुटी थी। मौसम अनुकूल होते ही विमान दिल्ली पहुंचा। आईआईटी निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा, “सारी तैयारी पूरी है। सफलता मौसम पर निर्भर करेगी। विमान लौटने के बाद परिणाम स्पष्ट होंगे।”
Cloud Seeding: पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि कानपुर में धुंध के कारण दृश्यता 2,000 मीटर थी, जो 5,000 मीटर होते ही उड़ान हुई। बुराड़ी में पहले टेस्ट में नमी 20% होने से बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार, 28-30 अक्टूबर तक बादल अनुकूल रह सकते हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “29 अक्टूबर को पहली कृत्रिम बारिश संभव है।”
Cloud Seeding: क्लाउड सीडिंग में सिल्वर आयोडाइड या नमक छिड़का जाता है, जो बादलों में जलवाष्प को बूंदों में बदलता है। वर्षा से धूल-पॉल्यूटेंट धुलकर हवा साफ होती है। सिरसा ने छठ पूजा के दौरान आईटीओ घाट पर सीएम के साथ अर्घ्य दिया और आप पर निशाना साधते हुए कहा, “त्योहार में शामिल होते, छठी मैया सद्बुद्धि दें।” प्रदूषण कम करने की इस तकनीक से दिल्ली को राहत की उम्मीद है।

